कुमेड़ा की मां राजराजेश्वरी की डोली श्री बदरीनाथ यात्रा चार सितंबर से
तीर्थ चेतना न्यूज
पोखरी। कुमेड़ा की मां राजराजेश्वरी की डोली श्री बदरीनाथ यात्रा चार सितंबर से शुरू होगी। इसके लिए भगवती राजराजेश्वरी इंद्रामती 18 वर्षों के उपरांत भगवान बद्रीनारायण के दर्शन हेतु आज गर्भगृह से बाहर आ गई है।
नागपुर पट्टी के कुमेड़ा गांव से भगवती राजराजेश्वरी इंद्रामती की डोली चार सितंबर को अपने गृहक्षेत्र से प्रस्थान कर रात्रि विश्राम हेतु बमोथ पहुंचेगी। इसके बाद देवडोली पांच सितंबर को रात्रि प्रवास पर कालेश्वर, छह सितंबर को रात्रि विश्राम चमोली बाजार, सात सितंबर को गरुड़गंगा, आठ सितम्बर को जोशीमठ, नौ सितंबर को पांडुकेश्वर, 10 सितंबर को भगवान बद्रीनारायण में दर्शन पूजन एवं रात्रि प्रवास करेगी।
11 सितम्बर को डोली श्री बदरीनाथ धाम से अपने स्थान के लिए प्रस्थान करेगी। रात्रि विश्राम पांडुकेश्वर में करने के बाद 12 सितम्बर को जोशीमठ, 13 सितंबर को गरुड़ गंगा, 14 सितंबर चमोली बाजार रात्रि विश्राम करके 15 सितम्बर को घुड़साल में रात्रि विश्राम, 16 सितम्बर को त्रिशूला, 17 सितम्बर को पोखरी, 18 सितम्बर को उडामांडा, 19 सितम्बर को सिनाऊ में रात्रि विश्राम कर 20 सितम्बर को अपने गृहक्षेत्र कुमेड़ा में पहुंचेगी।
मन्दिर समिति के अध्यक्ष गुलाब सिंह कण्डारी ने बताया कि 22 सितम्बर को अपने मूल स्थान में पहुंचने पर वहाँ स्थित मन्दिर में हवन पूर्णाहुति एवं भण्डारे के साथ देवरा यात्रा संपन्न होगी। ग्राम प्रधान चंद्रमोहनसिंह नेगी ने बताया कि देवरा यात्रा को लेकर कुमेड़ा, सिनाऊं, उड़ामांडा, खाल, सरमोला, गडूना, करछुना, छंदोली, सूगी सुखसारी एवं बमोथ आदि गांवों में भारी उत्साह है।
उन्होंने बताया कि देवडोली के साथ सैकड़ों की संख्या में भक्त जा रहें हैं। इस अवसर पर मन्दिर समिति के कोषाध्यक्ष देवेंद्र सिंह रावत, मुख्य पुजारी शिवप्रसाद खाली, भगवती प्रसाद खाली, धर्म सिंह रावत, भगवती रावत, सुदर्शन सिंह नेगी, ईश्वर सिंह रावत, भरत रावत, महिला मंगल दल अध्यक्ष विनीता देवी, युवक मंगल दल अध्यक्ष सुमित कंडारी, यात्रा के मीडिया प्रभारी प्रो. दर्शन सिंह नेगी, ढोलववादक संतोष कुमार, प्रेमलाल सहित कई ग्रामीण मौजूद रहे।