श्री बदरीनाथ धामः मलबे में दबी तीर्थ पुरोहितों की पोथी
धर्मानुरागियों के परिजनों के सैकड़ों साल पुराने रिकॉर्ड नष्ट
तीर्थ चेतना न्यूज
श्री बदरीनाथ। श्री बदरीनाथ धाम में तीर्थ पुरोहितों के घर ही किसी के सपनों की भेंट नहीं चढ़ रहे। बल्कि उनके पुरूखों के पुरूषार्थ के रिकॉर्ड पोथी-बही भी मलबे मंे जमींदोज हो रही है।
पन्ना प्रमुख के महत्व को बताने वाली व्यवस्था तीर्थ पुरोहितों की पोथी को भी जेसीबी से रौंद रही है। श्री बदरीनाथ धाम में झंडा मोहल्ला में तोड़े गए कुछ तीर्थ पुरोहितों के घरों में रखी गई उनके सैकड़ों साल पुराने रिकॉर्ड पोथी-बही को भी सुरक्षित नहीं रखा गया।
बताया जा रहा है कि जो पोथियों गायब हैं या अब मलबे के नीचे बरबाद स्थिति में मिल रही हैं उसमें राजस्थान के जयपुर से लेकर मारवाड़ तक के यात्रा के रिकॉर्ड शामिल हैं। इसमें कई रियासतों के राजा महाराजाओं के श्री बदरीनाथ धाम की यात्रा पर आने की यादें, दस्तखत उनके पारिवारिक सदस्यों के नाम आदि के रिकॉर्ड हैं।
ये रिकॉर्ड बताना है कि श्री बदरीनाथ धाम के तीर्थ पुरोहितों की हॉस्पैटिलिटी कितनी मजबूत थी। उन्होंने तब कैसे विषम परिस्थितियों में श्री बदरीनाथा धाम को आकार दिया था। अब श्री बदरीनाथ धाम में किसी की जिद से कैसे ये रिकॉर्ड नष्ट होने की स्थिति में पहुंच गए हैं।
हैरानगी की बात ये है कि जिला प्रशासन में इसको लेकर कतई गंभीरता नहीं है। दावे के साथ कहा जा सकता है कि जो रिकॉर्ड नष्ट किए गए हैं या नष्ट किए जा रहे हैं वो किसी धरोहर से कम नहीं हैं।
श्री बद्रीश पंडा पंचायत के कोषाध्यक्ष अशोक टोडरिया ने कहा कि बड़ा खेद है कि प्रशासन तीर्थ पुरोहितों की पोथी-बही के महत्व को समझने को तैयार नहीं हैं। तीर्थ पुरोहित घर तोड़े जाने के बाद मलबे में पोथियों को ढूंढ रहे हैं। उन्होंने दो टूक कहा कि प्रशासन को इस पर जवाब देना होगा।