…. और कमत्तर हो गई गवर्नमेंट डिग्री/पीजी कॉलेज के प्राध्यापकों की सीनियरिटी
मामला श्री देव सुमन विश्वविद्यालय में गवर्नमेंट कॉलेज के शिक्षकों के आमेलन का
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। गवर्नमेंट डिग्री/पीजी कॉलेज से श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय ज्वाइन करने वाले प्राध्यापकों की सीनियरिटी कमत्तर हो गई। बताया जा रहा है कि ऐसा विश्वविद्यालय के कायदे कानून की वजह से हुआ।
श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के ऋषिकेश परिसर में गवर्नमंेट डिग्री/पीजी कॉलेज के 55 प्राध्यापकों का आमेलन हुआ। इसमंे करीब आधा दर्जन से अधिक डिग्री प्रिंसिपल भी शामिल थे। बड़े सपनों के साथ विश्वविद्यालय ज्वाइन करने वाले डिग्री प्रिंसिपल यहां जूनियर साबित हुए। उनकी सीनियरिटी विश्वविद्यालय के कायदे कानूनों की सामने कमत्तर साबित हुई।
सरकारी कॉलेजों से आए वो प्राध्यापक सीनियर हो गए जो प्रिंसिपल भी नहीं बन सके थे। सीनियरिटी का लोप होने के मामले को कुछ प्राध्यापकों ने जरूर उठाया। मगर, विश्वविद्यालय ने इस पर गौर नहीं किया। सरकारी सेवा से विश्वविद्यालय ज्वाइन करने वाले प्राध्यापकों ने उत्साह में पहले-पहल इस पर गौर भी नहीं किया।
उच्च शिक्षा निदेशालय पहले पहल बोलता रहा कि वरिष्ठता कायम रहेगी और शासन ने भी इस पर चुप्पी साध ली है। सरकारी कॉलेजों के प्रिंसिपलशिप का अनुभव रखने वाले प्राध्यापक अब अपने विभाग तक सीमित हो गए हैं। हां, अब परिसर के निदेशक पद के रोटेशनल होने से कुछ उम्मीद जगी है कि उन्हें भी अपनी प्रशासनिक क्षमताओं को दिखाने का मौका मिलेगा। हालांकि वरिष्ठता की गणना विश्वविद्यालय के कायदे कानूनों से ही होगी।
इस मामले में विश्वविद्यालय के कुलपति से कई दिनों से पक्ष जानने का प्रयास किया गया। मगर, सफलता नहीं मिली। पक्ष मिलेगा तो प्रमुखता से प्रकाशित किया जाएगा।