राजकीय स्नात्कोत्तर महाविद्यालय डोईवाला और देहरादून शहर में हिन्दी दिवस पर कार्यक्रम

राजकीय स्नात्कोत्तर महाविद्यालय डोईवाला और देहरादून शहर में हिन्दी दिवस पर कार्यक्रम
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तीर्थ चेतना न्यूज

डोईवाला/ देहरादून। राजकीय राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, डोईवाला और गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, देहरादून शहर में हिन्दी दिवस पर नाना कार्यक्रम आयोजित किए गए।

राजकीय स्नात्कोत्तर महाविद्यालय, डोईवाला के हिन्दी विभाग के बैनर तले हिंदी दिवस के अवसर पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसका विषय था 21वीं सदी में हिंदी भाषा की चुनौतियां और अवसर।

हिंदी विभाग प्रभारी डॉ. संजीब नेगी ने विषय पर बोलते हुए विवश्व की भाषाई विविधताओं पर वैश्वीकरण के खतरे को इंगित करते हुए बताया कि भारतीय लोकभाषा सर्वेक्षण द्वारा 860 भारतीय भाषाओं को दर्ज किया गया जिनमें से अधिकतर समाप्त होने के करीब हैं।

डॉ राकेश जोशी द्वारा छात्र-छात्राओं को राजभाषा के विभिन्न प्रावधानों की जानकारी प्रदान की गयी। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार प्रोफेसर नवीन कुमार नैथानी ने की जबकि कार्यक्रम का संचालन अंग्रेजी विभाग की डॉ. पल्लवी मिश्रा द्वारा किया गया।काव्य पाठ प्रतियोगिता में कुमारी आरती कुमारी वंदना कुमारी मधुबाला एवं वाद विवाद प्रतियोगिता में कुमारी मनीषा थापा को महाविद्यालय प्राचार्य प्रोफेसर नंदेश्वर शुक्ला द्वारा पुरस्कृत किया गया।

कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक प्रोफेसर राखी पंचोला, प्रो पंकज पांडे, डॉ इंदिरा जुगरण, डॉ सुजाता,  डॉ प्रितपाल, डॉ विक्रम पवार, डॉ अनिल कुमार, डॉ नूर हसन ,डॉ पूनम पांडे ,डॉ वंदना ,डॉ अफरोज , आदि उपस्थित थे। हिंदी विभाग की डॉक्टर पार्वती ने सभी मुख्य वक्ताओं को धन्यवाद किया। कार्यक्रम का आलेखन गृह विज्ञान विभाग की वरिष्ठ प्राध्यापिका डा.शशिबाला उनियाल द्वारा किया गया।

राजकीय महाविद्यालय देहरादून शहर, सुद्धोवाला -देहरादून में आज ’हिन्दी दिवस’ के अवसर पर एक कार्यशाला आयोजित हुई । महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ एम. पी. नगवाल ने हिन्दी को भारत के स्वाधीनता संग्राम की भाषा कहा । उन्होंने बताया कि हिन्दी भारतीय संस्कृति को एकसूत्र में बाँधने वाली भाषा है । डॉ नगवाल ने विद्यार्थियों को हिन्दी के महान लेखकों की कृतियों का अध्ययन करने और समकालीन हिन्दी साहित्य में रचनात्मक योगदान देने की प्रेरणा दी ।

हिंदी के अध्यापक धीरेन्द्र नाथ तिवारी ने हिन्दी दिवस समारोह की रूपरेखा प्रस्तुत की । उन्होंने हिन्दी भाषा के सौंदर्य और उसकी ज्ञानात्मक क्षमता पर प्रकाश डाला । इतिहास विभाग के अध्यापक डॉ गिरीश सेठी ने हिन्दी भाषा के वैश्विक परिदृश्य को रेखांकित किया । डॉ मुक्ता डंगवाल ने विद्यार्थियों को अपनी भाषा संपदा और संप्रेषण क्षमता को बढ़ाने के लिए महाविद्यालय के विविध कार्यक्रमों में हिस्सा लेने हेतु प्रेरित हिन्दी भाषा के तत्वावधान में कला, विज्ञान और वाणिज्य संकाय के विद्यार्थियों की दो प्रतियोगिताएँ शुद्ध वर्तनी परीक्षण प्रतियोगिता तथा श्तत्काल भाषण प्रतियोगिताश् संपन्न हुई । वर्तनी परीक्षण प्रतियोगिताओं में रजत चंद्र तथा भंडारी को प्रथम स्थान , अक्षा द्वितीय स्थान तथा अजीत चौहान और नरगिस द्वितीय स्थान तथा दीपक को सांत्वना पुरस्कार मिला ।

तत्काल भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान निकेश राणा, द्वितीय स्थान अजीत चौहान, तृतीय स्थान ताम्शी तथा अमीशा चौहान और निधि को सांत्वना पुरस्कार मिला । विद्यार्थियों को पुरस्कार स्वरूप पुस्तकें दी गईं । प्रतियोगिताओं के निर्णायक मंडल में डॉ मुक्ता डंगवाल, डॉ सुनैना रावत तथा डॉ नीलू बलूनी शामिल थीं । डॉ नीलू बलूनी ने कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन किया ।

Tirth Chetna

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