हिमालयीय विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में राष्ट्रीय संगोष्ठी

हिमालयीय विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में राष्ट्रीय संगोष्ठी
Spread the love

तीर्थ चेतना न्यूज

डोईवाला। हिमालयीय विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में वक्ताओं ने हिंदी के विविध रूपों पर विस्तार से प्रकाश डाला।

रविवार को हिंदीः विविध रूपों में मनन एवं मूल्यांकन विषय पर आयोजित एकदिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का वरिष्ठ साहित्यकार डॉ योगेंद्रनाथ शर्मा अरुण ने बतौर मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि डॉ सुचित्रा मलिक, डॉ सविता मोहन और डॉ सुशील उपाध्याय ने दीप प्रज्वलन का शुभारंभ किया।

डॉ अनूप बलूनी ने संगोष्ठी का विषय प्रवर्तन किया। इस अवसर पर डॉ अरुण ने कहा कि हिंदी भारत की आत्मा है, हमारी मातृभाषा है। विश्व में तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली हिंदी भाषा ने वैश्विक स्तर पर अपनी लोकप्रियता बनाई है। उद्घाटन सत्र के बाद तकनीकी सत्रों का आयोजन किया गया जिसमे बीस से अधिक वक्ताओं और शोधार्थियों ने अपने शोध पत्र वाचन किये।

संगोष्ठी के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि हरिद्वार सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक और विशिष्ट अतिथि ऋषिकेश महापौर श्रीमती अनीता ममगाईं ने डॉ ममता कुंवर, डॉ मनीषा अग्रवाल और डॉ राजेश नैथानी की स्वरचित पुस्तकों का लोकार्पण किया।

डॉ निशंक ने कहा कि हर भारतवासी को हिंदी बोलने पर गर्व होना चाहिए। उन्होंने कहा कि संविधान में उल्लेखित सभी भारतीय भाषाओं को हिंदी आत्मसात करती है और सभी को साथ लेकर चलती है।

उन्होंने हिंदी विभाग को सफल आयोजन के लिए बधाई दी। इस अवसर पर हिमालयीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.काशीनाथ जेना , प्रति-कुलपति डॉ. राजेश नेथानी,डॉ. योगेंद्रनाथ शर्मा श्अरुण श् डॉ सविता मोहन , डॉ. सुशील उपाध्याय , डॉ. सुचित्रा मलिक , श्रीमती रश्मि चौहान, डॉ मनीषा अग्रवाल, डॉ निशांत जैन, डॉ अनूप बलूनी, विपिन भट्ट, डॉ सुप्रिया रतूड़ी सहित समस्त शिक्षक, शोधार्थी और विश्वविद्यालय के कर्मचारीगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ ममता कुंवर द्वारा किया गया।
ख्

Tirth Chetna

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *