उत्तराखंड की विधानसभा की नौकरी एक बार फिर से चर्चा में

राज्य के लोगों को पता ही नहीं कैसे लगती है यहां नौकरी
तीर्थ चेतना न्यूज
देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा की नौकरी एक बार फिर से चर्चा में है। चर्चा इस बात कि है कि विधानसभा प्रशासन ने उच्च स्तर के निर्देश के बाद अटैचमेंट समाप्त कर दिए हैं।
उत्तराखंड विधानसभा में नौकरी लगती कैसे है, राज्य के अधिकांश लोगों को इसकी जानकारी नहीं है। जानकारी जीवियों को इस बारे में जो कुछ मालुमात है वो राजनीतिक आरोप-प्रत्यारूप में ही है। दरअसल, इन नौकरियों की हवा किसी-किसी को ही लग पाती है।
विपक्ष में रहते हुए भाजपा ने विधानसभा की नौकरियों पर खूब सवाल खड़े किए। बड़ी-बड़ी बातें भी की। नाम ले लेकर आरोप भी लगाए। सत्ता में आने के बाद भाजपा ने विधानसभा की नौकरियों पर चुप्पी साध ली। परिणाम विधानसभा की छोटी-बड़ी नौकरियों की अब चर्चा भी नहीं होती। मगर, एक बार फिर से विधानसभा की नौकरी चर्चा में आ गई है।
इस बार चर्चा की वजह ये है कि विधानसभा के अधिकारी-कर्मचारी सरकारी के विभिन्न विभागों में अटैच हैं। उक्त अधिकारी-कर्मचारी वेतन विधानसभा सचिवालय से लेते हैं। बात यहां तक हो रही है कि कई कर्मचारियों के बारे में तो ये भी पता नहीं चल पा रहा है कि आखिर वो डयूटी कहां दे रहे हैं।
ऐसे सभी अटैच अधिकारी/कर्मचारियों को 25 जुलाई तक विधानसभा सचिवालय में रिपोर्ट करने को कहा गया है। इस तरह से विधानसभा की नौकरियों की चर्चा इस बार कुछ खास तरह की है। इसमें आरोप/प्रत्यारोप जैसा कुछ नहीं है।