तीर्थनगरी ऋषिकेश में कहां खो गया सरकार जनता के द्वार का नारा
शहर की समस्या के निदान को निगम पार्षद सरकार के द्वार
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। तीर्थनगरी ऋषिकेश में सरकार जनता के द्वार का नारा कहीं खो सा गया है। यही वजह है कि शहर की समस्याओं के निदान को निगम के पार्षदों को सरकार के द्वार तक जाना पड़ रहा है।
गुरूवार को नगर निगम पार्षदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने अपर मुख्य सचिव आनंद वर्द्धन से मुलाकात कर उनसे तीर्थ नगरी के बजट अवमुक्त किए जाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। अवगत कराया कि तीर्थ नगरी अंतरराष्ट्रीय पहचान रखता है।
लाखों श्रद्वालुओं एवं पर्यटक वर्ष भर यहां आते हैं। चारधाम व कावंड यात्रा का मुख्य पड़ाव भी ऋषिकेश है। यहां के हरिद्वार मार्ग स्थित शहर के बीचोबीच स्थित ट्रैचिंग ग्राऊंड से कूड़े का मलबा बरसात होने पर सड़क पर बहकर ना सिर्फ यातायात व्यवस्था को बुरी तरह से प्रभावित कर रहा है बल्कि शहर की छवि को भी दागदार बना रहा है।
नगर निगम द्वारा कूड़े का निस्तारण किया जा रहा है लेकिन केन्द्र सरकार द्वारा लीगेसी वेस्ट के लिए आया हुआ बजट अब तक अवमुक्त नही किया गया है जिसकी वजह से लिगेसी वेस्ट के लिए लगाया गया प्लांट बंद होने की कगार पर पहुंच गया है। यही नहीं शहर की सड़कें एवं नालिंया भी जीर्ण शीर्ण अवस्था में है जिसको लेकर जनता में भी भारी आक्रोश है।
इस गंभीर समस्या को लेकर अपर मुख्य सचिव के ऋषिकेश दौरे पर उन्हें सम्पूर्ण जानकारी दी गई थी जिसपर उन्होंने तीन दिन के भीतर बजट अवमुक्त करने का आश्वासन दिया था लेकिन आज तक बजट पर कोई कारवाई नही हुई।
ज्ञापन में ऋषिकेश नगर निगम का बजट किन कारणों से रोका जा रहा है इसकी स्थिति स्पष्ट किए जाने की मांग भी की गई है प्रतिनिधिमंडल की तमाम बातें गौर से सुनने के बाद अपर मुख्य सचिव ने तत्काल प्रभाव से निगम के बकाया तकरीबन एक करोड़ रूपये अवमुक्त करने के आदेश दिए। साथ ही लिगेसी वेस्ट के लिए छ करोड़ रूपये भी जल्द से जल्द अवमुक्त किए जाने की बात कही।
शहरी सचिव से मिलने वालों में विजय बडोनी,गुरविंदर सिंह प्रमोद कुमार शर्मा ,चेतन चौहान,देवेंद्र कुमार प्रजापति, ,मनीष बनवाल, चेतन चौहान, विजय लक्ष्मी शर्मा, शकुंतला शर्मा, प्रियंका यादव, कमलेश जैन, पुष्पा मिश्रा आदि शामिल थे।