तीरथ सिंह रावत के नाम टिकट कटने का रिकॉर्ड
विधायक रहते हुए 2017 में कटा टिकट और अब सांसद रहते
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के नाम टिकट कटने का रिकॉर्ड बन गया है। भाजपा ने 2017 में विधायक रहते हुए उनका टिकट काटा और अब सांसद रहते हुए टिकट नहीं दिया।
संगठन आधारित और पार्टी विद डिफरेंस के दावे वाली भाजपा की चुनावी रणनीति कमाल की है। कमाल की रणनीति में कभी सीधे-सपाट राजनेता आ जाते हैं। तीरथ सिंह रावत भाजपा के ऐसे ही नेताओं में शामिल हैं। उनके नाम टिकट कटने का रिकॉर्ड बन गया है।
राज्य गठन के बाद गौर करें तो भाजपा ने बहुत कम सिटिंग एमएलए और सांसदों के टिकट बहुत कम काटे। जिन सिटिंग सांसद/ विधायकों के टिकट काटे गए उनमें से कुछ को लेकर आश्चर्य भी होता है। जनता के बीच इसकी खूब चर्चा भी होती है।
ऐसा ही मामला तीरथ सिंह रावत का। पार्टी ने 2017 में चौबटटाखाल से विधायक रहते हुए उनका टिकट काट दिया। अब 2024 में पौड़ी से सांसद रहते हुए उनका टिकट काट दिया।
खास बात ये है कि 2017 में विधायक के तौर पर उनका अच्छा काम था और इस बार सांसद रहते हुए भी उनके खिलाफ किसी प्रकार की नाराजगी नहीं थी।
2017 में यमकेश्वर की तत्कालीन विधायक श्रीमती विजया बड़थ्वाल का टिकट भी भाजपा ने अकारण ही काट दिया था। कम से कम जनता तो यही मानती थी।