जनता के लिए आंदोलन करेगा कॉमरेड और वोट मिलेगा…..
तीर्थ चेतना न्यूज
जोशीमठ। जनता के मुददों पर आंदोलन कॉमरेड करेगा। सड़कों पर व्यवस्था की आंखों की किरकिरी कम्युनिस्ट बनेंगे और वोट के माध्यम से कुर्सी आएगी किसके हिस्से ?
लोकतंत्र में सबसे बड़ी अदालत जनता की होती है। कुर्सियों पर बैठे नेता अक्सर ऐसा ही कहते हैं। हालांकि जनता की अदालत कई बार सत्ता के सामने याचक के रूप में भी दिखती है। इस आदलत में कई लोगों के साथ अन्याय भी हो रहा है। जागरूक लोग इस पर अब चर्चा भी करने लगे हैं। ऐसा सिर्फ उत्तराखंड में ही नहीं बल्कि देश के हर क्षेत्र में देखा और महसूस किया जा सकता है।
उत्तराखंड में जनता के मुददों पर सबसे अधिक आवाज कम्युनिस्ट पार्टी के लोग उठाते हैं। लोगों को अन्याय के प्रति संघर्ष के लिए प्रेरित करते हैं। क्षेत्रीय राजनीतिक दल यूकेडी और अन्य क्षेत्रीय दलों की भी इसमें खूब भूमिका होती है। राज्य में हर किसी के लिए उक्त दल आवाज उठाते हैं।
अन्याय के खिलाफ सड़कों पर उतरते हैं। व्यवस्था की आंखों की किरकिरी बनते हैं और मुकदमे भी झेलते हैं। कई मौकों पर खास मार्का में ढल चुके लोगों के कुतर्कों का सामना भी करते हैं। राज्य के लोगों के साथ होने वाले व्यक्तिगत अन्याय पर भी रिएक्ट करते हैं। सिस्टम से सताए जाने वाले शिक्षक/कर्मचारियों की आवाज भी बनते हैं।
जनता को जब जरूरत होती है तो कम्युनिस्ट, यूकेडी और तमाम अन्य क्षेत्रीय दल ही सबसे पहले आगे आते हैं। राष्ट्रीय राजनीतिक दल अपने खास मिजाज और पॉलिटिकल एनालिसिस के साथ आते हैं। आंदोलन में शिरकत करते हैं तो इसे मौके आने पर भुना भी लेते हैं।
ताजा मामला जोशीमठ का है। कुछ चुनिंदा चेहरे हैं जो हर वक्त जनता के साथ खड़े दिखते हैं। आंदोलन के वक्त लोग इन चेहरों को खूब याद करते हैं। कारण लोगों को सिस्टम को जवाब देने वाला चाहिए होता है। जब चुनाव का वक्त आता है तब जनता न जाने क्यों इन चेहरों को भूल जाती है। परिणाम नारों में सवार ऐसे चेहरे जनप्रतिनिधि बन जाते हैं जिनका जनता से कोई खास लेना देना नहीं होता। जो निधि पर आधारित जनप्रतिनिधि बनकर रह जाते हैं।