प्रदेश इकाई पर फूटा माध्यमिक शिक्षक संघ के शिक्षकों का गुस्सा
कार्यकारिणी भंग, तदर्थ समिति का गठन
तीर्थ चेतना न्यूज
देहरादून। उत्तराखंड माध्यमिक शिक्षक संघ की बैठक में प्रदेश इकाई के ढीले ढाले रवैए और कार्यकाल पूरा होने के बाद भी पदों पर चिपके रहने पर शिक्षकों ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए इसे अवैधानिक बताया। जल्द ही तदर्थ समिति का गठन कर संघ के पंजीकरण का नवीनीकरण समेत अन्य कार्यों को अ्रजाम दिया जाएगा।
रविवार को श्री गुरू राम राय लक्ष्मण इंटर में आयोजित उत्तराखंड माध्यमिक शिक्षक संघ की बैठक संस्थापक अध्यक्ष प्रेम सिंह सजवाण की अध्यक्षता में हुई। बैठक में राजे सिंह नेगी, प्रदीप डबराल और जेपी बहुगुणा जैसे दिग्गज शिक्षक नेताओं ने भी शिरकत की।
बैठक शुरू होती ही मौजूदा कार्यकारिणी को लेकर शिक्षकों की नाराजगी सामने आ गई। विभिन्न जिलों से आए पदाधिकारियों ने प्रदेश संगठन की निष्क्रियता पर सवाल उठाए। कहा कि इसका खामियाजा आम शिक्षक भुगत रहा है।
प्रदेश कार्यकारिणी का हाल ये है कि 2017 मंे संघ के पंजीकरण का नवीनीकरण होना था। छह सालों से ये भी नहीं हुआ। संस्थापक अध्यक्ष प्रेम सिंह सजवाण ने कहा कि संघ के वजूद को बनाए रखने के लिए तत्काल तदर्थ समिति का गठन किया जाए।
पूर्व अध्यक्ष राजे सिंह नेगी ने कहा कि वर्तमान कार्यकारिणी को भंग किया जाए। पूर्व अध्यक्ष प्रदीप डबराल ने कहा कि वर्तमान पदाधिकारी एक सिंडीकेट की तरह काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संगठन को इससे बचाने के लिए संयोजक मंडल का गठन किया जाए।
जेपी बुगुणा ने कहा कि संघ का कार्यकाल दो साल का होता है और वर्तमान कार्यकारिणी छह सालों से कुंडली मारे बैठी है। निर्णय लिया गया कि प्रदेश स्तर पर प्रत्येक जिले से दो-दो सदस्यों की एक समिति का गठन किया जाएगा। समिति सितंबर तक संघ के पंजीकरण का नवीनीकरण के साथ सदस्यता से संबंधित मामलों का निस्तारण करेगी। साथ ही निर्णय लिया कि मुख्यमंत्री, मंत्री से मिलने के लिए तदर्थ समिति ही अधिकृत होगी।
शिक्षक प्रतिनिधि राजेश चमोली ने बताया कि संगठन की मौजूदा स्थिति को देखते हुए राज्य के माध्यमिक शिक्षकों को उक्त निर्णय लेना पड़ा। इस मौके पर सत्यपाल सिंह नेगी, सुरेंद्र भटट, सीएम सेमवाल, जनार्दन बुड़ाकोटी, मोहन सिंह रावत, संजय बिजल्वाण, महादेव मैठाणी, अनिल नौटियाल, सुरेंद्र रावत, राजंेद्र कुकरेती, धनंजय उनियाल, दिनेश डोबरियाल, आरसी शर्मा, गिरीश सेमवाल, विजयपाल सिंह, महावीर मेहता, रमाकांत श्रीवास्तव, एलएम सकलानी, योगेश चंद्र जोशी, नवीन बडोनी, अनिता नैथाणी, राजेश चमोली, दीपक मिश्रा, जगदीश गंगवार, संजीव रावत आदि मौजूद थे।