यमकेश्वर में कांग्रेस प्रत्याशी शैलेंद्र रावत की सक्रियता का दिख रहा असर
यमकेश्वर। यमकेश्वर विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी शैलेंद्र रावत की क्षेत्र में पूरे पांच साल लोगों के सुख-दुख में खड़े रहने के साथ ही क्षेत्र मुददों को लेकर दिखाई गई सक्रियता का असर दिख रहा है।
कांग्रेस ने एक बार फिर से शैलेंद्र रावत को चुनाव मैदान में उतारा है। 2017 के चुनाव परिणाम के बाद से ही रावत क्षेत्र में पूरी तरह से सक्रिय रहे। लोगों के दुख दर्द में शामिल रहने के साथ ही उन्होंने क्षेत्र के मुददों को लेकर व्यवस्था पर दबाव बनाने का काम किया।
इसका यमकेश्वर क्षेत्र को हर स्तर पर लाभ हुआ। यही नहीं उन्होंने शासन पर भी क्षेत्र की तमाम समस्याओं के निदान हेतु दबाव बनाया। शैलेंद्र रावत द्वारा पूरे पांच साल दिखाई गई सक्रियता का असर इस चुनाव में दिख रहा है।
विभिन्न सामाजिक और गैरराजनीतिक लोग भी उनकी सक्रियता से क्षेत्र को हुए लाभ के बारे में खुलकर बोल रहे हैं। रावत क्षेत्र के लोगों के सम्मुख कई बार क्षेत्र की बेहतरी का अपना विजन रख चुके हैं। उनका कहना है कि यमकेश्वर में पर्यटन और तीर्थाटन का खासा पोटेंशियल है। इस पटोंशियल को धरातल पर उतारने की जरूरत है।