गवर्नमेंट पीजी कॉलेज नई टिहरी में वाल्मीकिरामायणे राष्ट्रचिंतनम विषय पर संगोष्ठी
तीर्थ चेतना न्यूज
नई टिहरी। गवर्नमेंट पीजी कॉलेज, नई टिहरी में वाल्मीकिरामायणे राष्ट्रचिंतनम विषय पर आयोजित ऑनलाइन संगोष्ठी विशेषज्ञों ने इससे जुड़े तमाम पहलुओं पर प्रकाश डाला।
उत्तराखंड संस्कृत अकादमी के तत्वावधान में आयोजित “वाल्मीकि जयंती मासमहोत्सव” के अंतर्गत व्याख्यानमाला के क्रम में “वाल्मीकिरामायणे राष्ट्रचिंतनम विषय पर ऑलाइनन संगोष्ठी का प्रिंसिपल प्रो. पुष्पा नेगी ने शुभांरंभ किया।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि वाल्मीकि रामायण एक अमरकृति है, जो सदैव हमें राष्ट्रीय चिंतन, सामाजिक चिंतन तथा मर्यादा का पाठ चिरकाल तक समझाती रहेगी।
मुख्यवक्ता के रूप में डॉ०महेशानंद नौडियाल ने विषय पर विस्तार से प्रकाश डाला। इसमें रामायण की उपादेयता तथा प्रासंगिकता को आत्मसात करने पर जोर दिया।
डॉ० विवेकानंद भट्ट ने कहा कि राष्ट्र की मर्यादा, सेवा, त्याग और आत्मोत्सर्ग के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए तथा श्री राम का चरित्र श्रेष्ठ राष्ट्रचिंतन का उदाहरण है।
कार्यक्रम के मुख्याअतिथि प्रोफेसर राधेश्याम गंगवार ने महर्षि वाल्मीकि के जीवन पर सूक्ष्म रूप से प्रकाश डाला। विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ० मनोरथ प्रसाद नौगाईं ने विचार रखे।
कार्यक्रम के संयोजक तथा संचालक डॉ० प्रदीप कुमार पेटवाल ने किया। कार्यक्रम में डॉ०शुभम उनियाल, डॉ०अशोक जोशी, डॉ०वीणा जोशी, डॉ० सरिता खाती, डॉ०भारत राणा डॉ०दिनेश शाह तथा कुमारी पूजा, कुमारी उर्मिला, प्रवीण चमोली आदि छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे ।