परमार्थ निकेतन के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी करने वाला चढ़ा पुलिस के हत्थे

परमार्थ निकेतन के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी करने वाला चढ़ा पुलिस के हत्थे
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पौड़ी पुलिस ने दिल्ली से किया गिरफ्तार

तीर्थ चेतना न्यूज

ऋषिकेश। स्वर्गाश्रम स्थित परमार्थ निकेतन के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले मुख्य आरोपी को पौड़ी पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार कियां। गिरफ्तार व्यक्ति कई अन्य लोगों से भी धोखाधड़ी कर चुका है।

उल्लेखनीय है कि अप्रैल 2023 में परमार्थ निकेतन के मैनेजर रामनंद तिवारी ने लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को तहरीर देकर बताया कि अज्ञात व्यक्ति द्वारा परमार्थ निकेतन के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाकर ऑनलाइन कमरा बुक करने पर विभिन्न बैंक खातों में धनराशि जमा करा कर ऑनलाइन धोखाधड़ी व ठगी कर रहा है।

पुलिस ने तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदया पौड़ी श्रीमती श्वेती चौबे द्वारा उक्त धोखाधड़ी की घटना को गम्भीरता से लेते हुये अभियुक्त की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु टीम गठित करने के लिए आदेशित किया गया।

अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार श्री शेखर चन्द्र सुयाल के निर्देशन, क्षेत्राधिकारी ऑपरेशन विभव सैनी के पर्यवेक्षण, प्रभारी निरीक्षक लक्ष्मणझूला, प्रभारी सीआईयू व प्रभारी साइबर सेल के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया। पुलिस टीम ने त्वरित कार्यवाही करते हुए अभियुक्त द्वारा ऑनलाइन बुकिंग हेतु उपलब्ध कराए गए मोबाइल नम्बर व दिए गए फर्जी अकाउन्ट नम्बरों की जाँच की गई।

जिसमें अभियुक्त द्वारा फर्जी अकाउन्ट नम्बरों पर कई व्यक्तियों व श्रद्धालुओं से कमरे बुक कराये जाने के नाम पर पैंसे जमा कर धोखाधड़ी की गयी। जिसकी मॉनिटरिंग स्वयं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी महोदया की जा रही थी।

पुलिस टीम द्वारा राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली आदि स्थानों पर जाकर बैंकों के एटीएम चौक किये गये तथा बैंकों से की गई ट्रांजैक्शन के आधार पर अभियुक्त की तलाश शुरू की गई। पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज के माध्यम उक्त स्थानों के एचडीएफसी बैंक आनंद लोक साउथ दिल्ली के एटीएम पर एक संदिग्ध व्यक्ति धनराशि निकालता हुआ दिखाई दिया, व्यक्ति की पहचान करने के प्रयास किए गए।

गठित टीम द्वारा अथक प्रयास एवं पतारसी सुरागरसी करते हुये अभियुक्त यूनुस को जामिया मिलिया दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदया द्वारा घटना का शीघ्र अनावरण करने पर पुलिस टीम को उत्साहवर्धन हेतु ₹10,000/- का नगद पारितोषिक प्रदान करने की घोषणा की गयी। घटना के अनावरण होने पर परमार्थ निकेतन के पदाधिकारियों द्वारा पौड़ी पुलिस का धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

जांच के दौरान अभियुक्त द्वारा अभी तक विभिन्न बैंकों के सात बैंक खातों का प्रयोग कर इसी तरह धोखाधड़ी किया जाना प्रकाश में आया है। मात्र ’10 दिन में लगभग ₹35 लाख का ट्रांजेक्शन’ किया गया। जिस पर पौड़ी पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही कर उपरोक्त बैंक खातों सहित अन्य ’15 बैंक खातों को संदिग्ध लेनदेन के मध्यनजर फ्रीज’ कराया गया है। साथ ही ’साइबर सेल द्वारा उपरोक्त प्रकार की तीन फर्जी वेबसाइट व पांच फ्रॉड मोबाईल नम्बरों को ब्लॉक’ करवाने की कार्यवाही की गई है।

पूछताछ में अभियुक्त ने पूछताछ में बताया कि वे ऐसे ही संस्थानों के नाम से फर्जी वेबसाइट बनवाते हैं और फर्जी बैंक खाते खुलवाकर उनके एटीएम डेबिट कार्ड प्राप्त करते हैं। वेबसाइट पर खातों से लिंक गूगल पे पर धनराशि प्राप्त की जाती है। घटना में एक अन्य अभियुक्त का सम्मिलित होना बताया गया है जिसके सम्बन्ध में कार्यवाही की जा रही है।

पुलिस टीम में निरीक्षक मोहम्मद अकरम -प्रभारी सीआईयू ,उपनिरीक्षक जयपाल चौहान- साइबर सेल उपनिरीक्षक राज विक्रम सिंह- लक्ष्मणझूला, मुख्य आरक्षी महेन्द्र रावत, आरक्षी अमरजीत-साइबर सेलआरक्षी हरीश शामिल थे।

Tirth Chetna

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