लोकसभा चुनावः तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों में उलझी भाजपा की सूची
तीर्थ चेतना न्यूज
देहरादून। आसन्न लोकसभा चुनाव के लिए राज्य की पांच सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों की वजह से बुरी तरह से उलझ गया है। अब इस मामले में प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के वीटो से ही गतिरोध समाप्त हो सकेगा।
छोटे से राज्य उत्तराखंड में पूर्व मुख्यमंत्रियों की भरमार है। इसमें भाजपा का बड़ा योगदान है। भाजपा के पास मौजूदा समय में छह पूर्व मुख्यमंत्री हैं। कांग्रेस के पास सिर्फ एक पूर्व मुख्यमंत्री है। इस तरह से कहा जा सकता है कि पूर्व मुख्यमंत्रियों के मामले में उत्तराखंड खासा संपन्न हो चला है।
बहरहाल, भाजपा ने 2014 में तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों को चुनाव में उतारा। इसमें हरिद्वार से पूर्व डा. रमेश पोखरियाल निशंक, पौड़ी से भुवन चंद्र खंडूड़ी और नैनीताल से पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी थे। 2019 में पार्टी ने दो पूर्व मुख्यमंत्रियों भुवन चंद्र खंडूड़ी और भगत सिंह कोश्यारी का टिकट काट दिया।
हरिद्वार से सिर्फ डा. रमेश पोखरियाल निशंक को ही टिकट दिया। 2019-24 के बीच भाजपा ने पौड़ी के सिटिंग संासद तीरथ सिंह रावत और विधायक त्रिवेंद्र सिंह रावत को पूर्व मुख्यमंत्री बना दिया। इस बार तीन मुख्यमंत्री सांसदी की टिकट की दौड़ में हैं।
पौड़ी से तीरथ सिंह रावत और हरिद्वार से डा. रमेश पोखरियाल निशंक सांसद हैं। इसके अलावा पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत पौड़ी या हरिद्वार से टिकट मांग रहे हैं। बताया जा रहा है कि दिल्ली में राज्य की तीन सीटों पर प्रत्याशियों के नाम लगभग तय हो गए हैं।
तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों के चलते ही दो सीटों हरिद्वार और पौड़ी पर प्रत्याशियों का नाम तय होने में दिक्कतें आ रही हैं। माना जा रहा है कि अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के वीटो के बाद ही मामला सुलझ सकेगा।