पीएम श्री जीपीएस लक्ष्मझणझूला और जूनियर हाई स्कूल बिजनी बड़ी में मनाया गया लोक संस्कृति दिवस
तीर्थ चेतना न्यूज
यमकेश्वर। पीएम श्री अभिचिन्हित गवर्नमेंट प्राइमरी स्कूल, लक्ष्मणझूला और गवर्नमेंट जूनियर हाई स्कूल, बिजनी बड़ी में पर्वतीय गांधी स्व. इंद्रमणि बडोनी के जन्म दिन को लोक संस्कृति दिवस के रूप में मनाया गया।
रविवार को राज्य भर के स्कूलों में स्व. इंद्रमणि बडोनी का जन्म दिन लोक संस्कृति के रूप में मनाया गया। इस मौके पर स्कूलों में लोक संस्कृति से संबंधित नाना कार्यक्रम आयोजित किए गए। पीएम श्री अभिचिन्हित गवर्नमेंट प्राइमरी स्कूल, लक्ष्मणझूला में शिक्षकों और अभिभावकों ने पर्वतीय गांधी स्व. इंद्रमणि बडोनी को श्रृद्धा सुमन अर्पित किए।
इस मौके पर शिक्षकों ने छात्र/छात्राओं को स्व. बडोनी के जीवन के बारे में बताया और लोक संस्कृति के बारे में जानकारी दी। इस मौके पर शिक्षक आशीष कुकरेती, अमरीश कुमार आदि मौजूद थे।
राजकीय जूनियर हाई स्कूल- बिजनी बड़ी में लोक संस्कृति दिवस धूमधाम से मनाया गया। दिवस के प्रथम सत्र में विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष जसवेन्द्र सिंह तथा प्रधानाध्यापक मनोज कुमार मैठानी द्वारा स्व० बडोनी जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की गई।
विद्यालय के समस्त अध्यापक-अध्यापिकाओं तथा बच्चों द्वारा भी उत्तराखंड के गांधी कहे जाने वाले स्व० बडोनी जी को श्रद्धापूर्वक पुष्पांजलि अर्पित की गयी। स्व० इन्द्रमणि बडोनी जी का जन्म दिवस ष्लोक संस्कृति दिवसष् के रूप में मनाये जाने के कारण आज समस्त कार्यक्रम गढ़वाली भाषा में संपादित किए गए।
प्रार्थना सभा में मॉं सरस्वती की प्रार्थना, दैनिक प्रतिज्ञा तथा कार्यक्रम का संचालन सभी गढ़वाली भाषा में किए गए। प्रधानाध्यापक मनोज कुमार मैठानी द्वारा स्व० बडोनी जी के जीवन के आदर्शों को विस्तार से बच्चों के सम्मुख रखा गया।
अध्यापक जेपी कुकरेजी द्वारा उत्तराखंड के परिपेक्ष में स्वर्गीय बडोनी जी के त्याग और उन्हें उत्तराखण्ड के गॉधी कहे जाने के परिपेक्ष में कई किस्से और नैतिक मूल्यों पर आधारित कथानक सदन के सम्मुख प्रस्तुत किये। स्व० बडोनी जी के जीवन परिचय से भी बच्चों को अवगत कराया गया। अध्यापक जेपी कुकरेती द्वारा उत्तराखंड की संस्कृति पर भी सदन के सम्मुख बात रखी गई। तत्पश्चात बच्चों द्वारा गढ़वाली लोक-संस्कृति पर आधारित लोकगीत और लोकनृत्यों का प्रस्तुतीकरण किया गया।
इस अवसर पर विद्यालय परिसर में ही संचालित बालवाटिका (आंगनवाड़ी) के नन्हे-मुन्ने बच्चों तथा कार्यकर्ती श्रीमती लक्ष्मी देवी और आंगनबाड़ी सहायिका श्रीमती सतेश्वरी देवी द्वारा भी समस्त कार्यक्रमों में पूर्ण भागीदारी निभाई गई। अगले सत्र में प्रधानाध्यापक मनोज मैठानी एवं सहायक अध्यापिका श्रीमती रेखा देशवाल के द्वारा विशिष्ट-भोज के तहत बच्चों तथा उपस्थित सभी लोगों के लिए के लिए, गढ़वाली व्यंजनों व पकवानों की व्यवस्था करवाई गई ।
गढ़वाली व्यंजन तैयार करने में भोजन माता श्रीमती गुड्डी देवी के साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्ती श्रीमती सतेश्वरी देवी द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई। आंगनबाड़ी कार्यकर्ती श्रीमती लक्ष्मी देवी द्वारा भी सभी बच्चों के लिए मिष्ठान का प्रबन्ध किया गया था। अंत में उत्तराखंड राज्य गीत के साथ कार्यक्रमों का समापन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय प्रबन्धन समिति के सदस्य, विद्यालय परिवार के समस्त अध्यापक-अध्यापिकाएं, भोजनमाता आंगनबाड़ी कार्यकर्ती, आंगनवाड़ी सहायिका आदि उपस्थित रहे। ष्विशिष्ट-भोजष् संबंधी समस्त व्यवस्थाएं सहायक अध्यापिका श्रीमती रेखा देशवाल द्वारा तथा कार्यक्रमों का संचालन जेपी कुकरेती जी द्वारा किया गया।