श्रीनगर में बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान और विद्यालय सुरक्षा प्रशिक्षण
तीर्थ चेतना न्यूज
श्रीनगर। खिर्सू ब्लॉक के स्कूलों के शिक्षकों का छह दिवसीय बुनियादी साक्षरतएवं एवं संख्या ज्ञान और विद्यालय सुरक्षा प्रशिक्षण राजकीय बालिका इंटर कालेज में शुरू हो गया।
शुक्रवार को प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ खंड शिक्षाधिकारी अश्वनी रावत और जीजीआईसी, पौड़ी की प्रिंसिपल मीना गैरोला ने दी प्रज्जवलित कर किया। छह दिवसीय प्रशिक्षण में 30 शिक्षक शिरकत कर रहे हैं।
प्रशिक्षण के पहले दिन एफ एल एन गीत और ईश वन्दना के पश्चात बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के अंतर्गत राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का परिचय ,शैक्षिक ढांचा ,निपुण भारत की कार्यक्रम का उद्देश्यों पर सभी प्रतिभागियों द्वारा चर्चा की गई। एनसीएफ 2005 पर चर्चा की ग्ई।
प्रशिक्षण में विभिन्न बिंदुओं पर जैसे साक्षरता क्या है? पढ़ना क्या है? आदि पर संदर्भ दाता लक्ष्मी कुकरेती द्वारा विस्तृत चर्चा की गई .। मौखिक भाषा विकास में ऑर्थाेग्राफिक निपुणता (अक्षर ध्वनि से संबंध) विविध प्रकार की पठन सामग्री का एक्सपोजर एवं भाषा कालांश को कक्षा कक्ष में संचालित करते हुए समय सारणी पर भी चर्चा की गई ।
साक्षरता विकास के घटक एवं गतिविधियों में मौखिक भाषा विकास, ध्वनि जागरूकता ,वर्ण ज्ञान ,शब्द भंडार ,धारा प्रभाव पठन,समझ ,लेखन ,स्वतंत्र पठन, समय, आकलन पर भी सभी ग्रुपों द्वारा चार्ट के माध्यम से प्रस्तुतीकरण किया गया।
खण्ड शिक्षा अधिकारी अश्वनी रावत ने कहा कि बच्चे खेल, कहानियों, तुकबंदी, गतिविधियों, स्थानीय कला, शिल्प और संगीत के माध्यम से आनंदपूर्ण तरीके से सीखें और आजीवन सीखने के लिए मजबूत नींव विकसित करें। एफएलएन के अंतर्गत 0 से 8 साल के थर्ड ग्रेड के बच्चों को शामिल किया गया है।
इसका उद्देश्य बच्चों के समग्र विकास पर फोकस करना है। मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता की नई शिक्षा नीति के अंतर्गत बच्चों को ड्राइंग, खेल, गतिविधियों, संगीत, कार्टून आदि के माध्यम से बेसिक कैलकुलेशन और आसान शब्दों और वाक्यों को पढ़ना सिखाया जाता है।
एससीईआरटी के डा. राकेश गैरोला ने प्रशिक्षण स्थल पर पहुंचकर एफ एल एन से सम्बधित जानकारी शिक्षकों से ली गई और अपनी बात को प्रशिक्षणार्थियों के मध्य साझा करते हुए कहा कि बच्चों की शिक्षा के प्रारम्भिक वर्षों में भाषा और गणित कौशल का निर्माण करने और दिशा निर्देश प्रदान करने के लिए भारत सरकार ने बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन (एफएलएन) मिशन आरंभ किया है। यह कोर्स मिशन के उद्देश्यों और लक्ष्यों से संबंधित है और इस संबंध में विभिन्न हितधारकों की भूमिका पर प्रकाश डालता है।
बच्चों की शिक्षा के प्रारम्भिक वर्षों में भाषा और गणित कौशल का निर्माण करने और दिशा निर्देश प्रदान करने के लिए भारत सरकार ने बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन (एफएलएन) मिशन आरंभ किया है। यह प्रशिक्षण मिशन के उद्देश्यों और लक्ष्यों से संबंधित है और इस संबंध में विभिन्न हितधारकों की भूमिका पर प्रकाश डालता है।
श्रीमती लक्ष्मी कुकरेती, श्रीमती कुसुम रावत ,अनिल नयाल प्रशिक्षण कार्यक्रम में संदर्भ दाता की के रूप में कार्य कर रहे हैं।