चंद्रयान-3: मठ-मंदिर और घर-आश्रम हर जगह दिखा उत्साह
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। चंद्रयान-3 की चांद की सतह पर लैंडिंग का मठ-मंदिर और घर-आश्रम हर जगह उत्साह दिखा। परमार्थ निकेतन में ढोल नगाड़े और पुष्प् वर्षा के साथ जश्न मनाया गया।
चंद्रयान-3 के चांद की सतह पर सफलता पूर्वक उतरते ही देश भर में जश्न शुरू हो गया। लोगों ने एक-दूसरे को बधाई देते हुए जय विज्ञान और जय वैज्ञानिक के नारे लगाए। इस उत्साह में हर कोई साथ दिखा।
क्या मठ-मंदिर और क्या घर-आश्रम हर जगह उत्साह दिखा। तीर्थनगरी ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन में खास तरीके से खुशी साझा की गई। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने चंद्रयान-3 सॉफ्ट लैंडिंग हेतु शुभकामनायें देते हुये कहा कि भारत आज इतिहास रच रहा है।
चंद्रयान-3 की सुरक्षित व ऐतिहासिक लैंडिंग भारतवासियों के लिये गर्व का विषय है। कहा कि भारत के ऊर्जावान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं इसरो की पूरी टीम को साधुवाद देते हुये कहा कि भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक डॉ. विक्रम साराभाई, मिसाइल मैन व पूर्व राष्ट्रपति ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम साहब से लेकर इसरो के अध्यक्ष श्री एस. सोमनाथ जी और वैज्ञानिकों की पूरी टीम ने अद्भुत कार्य कर दिखाया है।
कहा कि जय वैज्ञानिक, जय विज्ञान, अद्भुत विज्ञान, विलक्षण अनुसंधान। आज डॉ. विक्रम साराभाई की दूरदर्शिता, कलाम साहब की कड़ी मेहनत और एस सोमनाथ जी व वैज्ञानिकों की पूरी टीम की लगन रंग लायी। चंद्रयान-3 मिशन अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने में निश्चित रूप से सफल होगा।
परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती के सान्निध्य में परमार्थ गुरूकुल के ऋषिकुमारों ने ढ़ोल, नगाड़ों के साथ जय हिंद, जय भारत के नारों के साथ रैली निकाली। सभी ऋषिकुमारों ने पुष्पवर्षा कर इस ऐतिहासिक उपलब्धि का स्वागत किया।
स्वामी जी ने कहा कि यह भारत की अंतरिक्ष यात्रा का विलक्षण एवं ऐतिहासिक अध्याय है, इससे भारत के प्रत्येक युवा के सपनों को एक नई उड़ान व मंजिल मिलेगी।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने इसरो के अध्यक्ष एस. सोमनाथ जी और वैज्ञानिकों की पूरी टीम को साधुवाद दिया। आज का दिन उपलब्धियों से भरा हुआ इतिहास लिखने वाला है।