मंत्री प्रेमचंद की मारपीट को भुला नहीं पा रहे आम लोग
सब-कुछ भुला देने की भाजपा की स्ट्रेटजी नहीं आ रही काम
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा सरेआम एक युवक के साथ की गई मारपीट को क्षेत्र के आम लोग भुला नहीं पा रहे हैं। धीरे-धीरे सब कुछ भुला देने की भाजपा की स्ट्रेटजी इस मामले में निष्प्रभावी नजर आ रही है।
उत्तराखंड राज्य में सत्ताधीश अक्सर अपने टैलेंट से भ्रष्टाचार के मामलों को जनता की मैमोरी से डिलीट कर देते हैं। विधानसभा नौकरी घोटाला इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है। इस मामले में नौकरी पाए बेरोजगारों को तो आउट कर दिया गया। मगर, इस खेल को करने वाले अभी चलख-पखल में हैं।
ऐसे तमाम मामले हैं जिनसे जनता प्रभावित होती है। मगर, ये दो चार दिन से अधिक के मुददे नहीं बन पाते। इसका सीधा-सीधा लाभ नेताओं को होता है। बहरहाल, पहली बार एक मामला भाजपा को भारी पड़ता दिख रहा है।
मामला है राज्य के कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल से संबंधित। कैबिनेट मंत्री ने सरेआम एक युवक की पिटाई कर दी। दोनों ओर से मुकदमा भी दर्ज है। आरोप-प्रत्यारोप दोनों ओर से हैं। भाजपा आरोप-प्रत्यारोप के माध्यम से मामले को ठंडा करना चाहती है। मगर, ऐसा होता दिख नहीं रहा है।
अन्य मामलों की तरह भाजपा के ये स्ट्रेटजी इस मामले में निष्प्रभावी साबित हो रही है। हां, कथित मेन स्ट्रीम मीडिया से ये मामला गायब होने लगा है। मीडिया का एक वर्ग इस मामले में सुने सुनाए तर्क भी गढ़ने लगा है।
कुल मिलाकर कैबिनेट मंत्री द्वारा की गई मारपीट के मामले को लोग भुला नहीं पा रहे हैं। ये बात सच है कि लोग विभिन्न वजहों से इस पर सार्वजनिक बायनबाजी या विरोध नहीं कर रहे हैं। मगर, अंदरखाने लोगों में खासी नाराजगी है। लोग मंत्री के बजाए अब भाजपा संगठन और सरकार को कोसने लगे हैं।