बागेश्वर में बजी भाजपा के लिए खतरे की घंटी
डेढ़ साल में नौ हजार घटा जीत का अंतर
तीर्थ चेतना न्यूज
बागेश्वर। आम चुनाव 2024 की तैयारियों के बीच हुए बागेश्वर विधानसभा के उपुचनाव ने भाजपा के लिए खतरे की घंटी बजा दी हैं। पार्टी डेढ़ साल पूर्व जितने अंतर से चुनाव जीती थी वो अब करीब ढाई हजार पर सिमट गया है।
उत्तराखंड में अभी तक हुए अधिकांश उपचुनाव एकतरफा हुए हैं। सत्ताधारी दल के प्रत्याशी एकतरफा अंतर से चुनाव जीतते रहे। बागेश्वर विधानसभा उपचुनाव ऐसा पहला चुनाव रहा जहां मुकाबला कांटे का रहा। भाजपा को यहां चुनाव जीतने में खासा पसीना बहा। भाजपा विधानसभा का स्कोर पूर्ववत बनाए रखने में कामयाब रही। फिलहालय यही भाजपा की उपलब्धि मानी जा सकती है।
कांग्रेस 2022 के मुकाबले अधिक वोट पाने में सफल रही। वोट भाजपा के भी बढ़े। मगर, बेहद कम। भाजपा का जीत का अंतर भी बहुम कम रहा। 2022 में अंतर करीब 11 हजार रहा। अब जीत का अंतर 2700 के आस-पास रहा।
कुल मिलाकर इस चुनाव के परिणाम ने भाजपा के लिए खतरे की घंटी बजा दी है। कांग्रेस के लिए अच्छे संकेत हैं। कांग्रेस ने एकजुटता से चुनाव लड़ा। इसका लाभ भी कांग्रेस को मिला।