श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय उपभोक्ता अधिकार दिवस पर कार्यक्रम
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के परिसर में वाणिज्य एवं प्रबंधन संकाय मे विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस के अवसर पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया।
शुक्रवार को कुलपति प्रो. एनके जोशी ने दीप प्रज्जवलित कर सेमिनार का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय उपभोक्ता अधिकार दिवस पर प्रकाश डाला। कहा कि वर्ष 1983 से शुरू हुए इस दिवस के माध्यम से उपभोक्ताओं को जागरूक करने के साथ ही उनके अधिकारों को संरक्षण देना है।
उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम परिसर के लिए अधिक महत्वपूर्ण होते है। उन्होंने वाणिज्य संकाय के प्रयासों की सराहना की। वाणिज्य संकाय की डीन प्रो0 कंचन लता सिंहां ने उपभोक्ता अधिकार दिवस कार्यक्रम को आयोजित करने का उद्देश्य पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से उपभोक्ताओं को अधिकारों के बारे में शिक्षित करना और उन्हें अधिकतम लाभ प्राप्त करने में मदद करना हैं।
बीबीए के छात्र के द्वारा विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस केउपलक्ष में कंज्यूमर के अधिकारों का वर्णन्न किया गया। कंज्यूमर्स, इंटरनेशनल के अनुसार, “उपभोक्ताओं के लिए निष्पक्ष और जिम्मेदार एआई” 2024 में विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस का विषय है।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता प्रोफेसर सक्षम प्रद्योत कानून और सामाजिक विज्ञान क्लस्ट स्कूल ऑफ लॉ यूपीईएस ने कंज्यूमर राइट्स को विश्वभर में फैलाना और कंज्यूमर के लिए यह जानना जरूरी है की वो उपभोक्ता क्यों हैं उनका व्याख्यान का उद्देश्य उपभोक्ता से संबंधित कानून के बारे में सबको अवगत कराना था तथा ई कॉमर्स के अंर्तगत भीसुरक्षा को महत्वपूर्ण बताया गया ।
प्रो0 सक्षम प्रद्योत ने बताया कि भारत पहला विश्व का देश है जिसने सबसे पहले कंज्यूमर के अधिकार का दिवस मनाया । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होने बताया कि उपभोक्ता को किसी भी तरह की परेशानी होने पर वह कंज्यूमर फोरम जा सकता हैं ।
उनका व्याख्यान कंपटीशन लॉ के बारे में था उन्होंने अपनी व्याख्या में कंप्लेंट्स एक्ट तथा उनका व्याख्यान कंज्यूमर को चुनने का अधिकार हैं व कंज्यूमर के सभी अधिकार , दायित्व के बारे में अवगत कराया गया । डॉ.नितिका अग्रवाल द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया।
कार्यक्रम में, प्रो. सी.एस. नेगी, प्रो. धर्मेन्द्र कुमार , डॉ. रीता खत्री, डॉ. गौरव रावत, डॉ. उर्वशी , डॉ. लता पांडे , प्रो0 कल्पना पंत , प्रो0 हेमलता मिश्रा, प्रो0 केदार सिंह बिष्ट, प्रो0 संगीता मिश्रा , प्रो0 पूनम पाठक ,प्रो0 अटल बिहारी त्रिपाठी, प्रो0 प्रशांत कुमार सिंह , प्रो0 सुनीति कुडियाल प्रो0 पुष्कर , प्रो0 शिखा ममगाई, प्रो0 अरुणा सूत्रधार का सक्रिय सहयोग रहा। कार्यक्रम को पूर्ण करने में शोधछत्र छात्राएं का भी सहयोग रहा ।तकनीकी सहयोग हेतु विवेक राजभर भी धन्यवाद के पात्र हैं।