सिंगटाली मोटर पुलः विधानसभा के धरने में होगी जनप्रतिनिधियों की परीक्षा
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। 17 सालों से प्रस्तावित सिंगटाली मोटर पुल के लिए जनता का छह सितंबर को विधानसभा पर प्रस्तावित धरने में विभिन्न स्तर से जनप्रतिनिधियों के जनपक्षीय होने की परीक्षा होगी।
पूरे राज्य के विकास से जुड़े इस मुददे पर अभी एक क्षेत्र के ग्रामीण ही सक्रिय दिख रहे हैं। सिंगटाली मोटल पुल संघर्ष समिति के बैनर तले ग्रामीण पुल की मांग को लेकर हर द्वार पर दस्तक दे चुके हैं। मगर, पुल निर्माण की हाल फिलहाल कोई सूरत नहीं दिख रही है।
ऐसे में संघर्ष समिति छह सितंबर को विधानसभा के सम्मुख धरने के माध्यम से सरकार का ध्यान आकृष्ट कराने का निर्णय लिया है। इसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। पुल के मामले में अभी तक राज्य के विभिन्न स्तर के जनप्रतिनिधियों का आशातीत सहयोग लोगों को नहीं मिला है।
इस तरह से कहा जा सकता है कि छह सितंबर को विधानसभा पर धरन जनप्रतिनिधियों की परीक्षा साबित होगा। क्षेत्र के लोगों की नजर होगी कि कौन-कौन जनप्रतिनिधि धरने के समर्थन में आते हैं। इसको लेकर चर्चाएं भी शुरू हो गई हैं।
सिंगटाली मोटर पुल संघर्ष समिति को उम्मीद है कि इस बार ये मुददा विधानसभा में उठेगा। लैंसडाउन की जनता के विधायक दिलीप सिंह रावत से संघर्ष समिति को इस तरह का आश्वासन मिला है।