सरकारी स्कूलों की पढ़ाई डिस्टर्ब कर रहे एनजीओ
तीर्थ चेतना न्यूज
पौड़ी। अपने प्रोग्राम के लिए कुछ एनजीओ सरकारी स्कूलों की पढ़ाई को डिस्टर्ब कर रहे हैं। देखा देखी ये प्रवृत्ति तेजी से बढ़ रही है। राजकीय शिक्षक संघ इस पर चिंता व्यक्त कर चुका है।
सरकारी स्कूलों को पहले नेताओं ने भीड़ बनाने के लिए उपयोग किया। इस पर काफी हद तक अंकुश लग चुका है। मगर, अब एनजीओ बेधड़क ऐसा कर रहे हैं। टॉफी, लेमनचूस और बिस्किट लेकर स्कूल पहुंच रहे एनजीओ छात्र/छात्राओं की गेदरिंग का उपयोग अपने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कर रहे हैं।
स्वयं को सामाजिक और शिक्षा के क्षेत्र में काम करते हुए दिखाने की गरज से ऐसा किया जा रहा है। इससे सरकारी स्कूलों में पढ़ाई में खलल पैदा हो रहा है। कई मौकों पर स्कूल के स्तर से भी इसका विरोध हो चुका है। मगर, लोकल पॉलिटिक्स के चक्कर मंे प्रिंसिपल/शिक्षक चुप रहने में ही भलाई समझते हैं।
कुछ एनजीओ जरूर बगैर पढाई में खलल डाले सरकारी स्कूलों की मदद भी कर रहे हैं। कुछ एनजीओ वास्तव में अच्छे मुददों को लेकर भी आते हैं। ऐसे एनजीओ की संख्या बेहद कम है। पर्यावरण संरक्षण के नाम पर स्कूलों में पहुंच रहे एनजीओ पर ज्यादा सवाल खड़े हो रहे हैं। राजकीय शिक्षक संघ गत दिनों शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत के सम्मुख इस मामले को रख चुके हैं।