शहर को अपराध मुक्त बनाने को सत्यापन अभियान में हो निरंतरताः अनिता ममगाईं
ऋषिकेश। तीर्थनगरी ऋषिकेश को शत प्रतिशत अपराध मुक्त बनाने के लिए जरूरी है कि सत्यापन अभियान में गंभीरता और निरंतरता हो। ताकि यहां छिपने का ठिकाने बनाने की अपराधी सोच भी न।
उक्त निर्देश मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं ने पुलिस प्रशासन को दिए। शहर की कानून व्यवस्था समेत अन्य मुददों पर आयोजित बैठक में कहा कि शहर को पूरी तरह से अपराध मुक्त बनाने के लिए सत्यापन अभियान चलाया जाए।
कहा कि किसी भी तरह के आपराधिक मामलों के सामने आने पर अधिकांशतः में उन अपराधियों के चेहरे बेनकाब होते हैं जोकि पहचान छुपा कर यहां रह रहे होते हैं। इसके लिए जरूरी है कि यहां चरणबद्ध तरीके से निरंतर अभियान चलाया जाये जिसमें अन्य विभागों से भी पुलिस आवश्यक फीडबैक ले।महापौर ने कहा कि ऋषिकेश एक देवभूमि ही नही अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पर्यटन नगरी भी है।
यहां वर्षभर श्रद्वालु एवं पर्यटक आते हैं। जरा सी चूक बड़ी घटना का कारण बन सकती है। इसलिए जरूरी है नगर निगम के अंतर्गत जितने भी ठेले हैं उनका सत्यापन हो।इसके अलावा शहर में प्रवासी मजदूरों, रेहड़ी-फड़ी वालों का सत्यापन अभियान चले, ताकि स्थानीय लोगों की सुरक्षा में कोई कोताही न हो।
बैठक में मौजूद पुलिस अधिकारी को उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि पुलिस की कार्यवाही की उन्हें जानकारी मिलनी चाहिए। उन्होंने मजदूरों से काम लेने वाले के ठेकेदारों से भी अपील करते हुए कहा कि वह किसी भी प्रवासी मजदूर को कार्य में तब तक न रखे जब तक उनकी पहचान स्थानीय थाना प्रभारी द्वारा न की गई हो ।
बैठक के दौरान मेयर ने त्रिवेणी घाट पर पड़े मलवा की सफाई के लिए तहसीलदार को भी निर्देशित करते हुए महापौर ने कहा कई माह पूर्व बाढ़ में बहकर आया मलवा लंबे अर्से से नगर की हद्वय स्थली त्रिवेणी घाट की सुंदरता को ग्रहण लगा रहा है।
इस संदर्भ में निगम द्वारा मौखिक एवं लिखित शिकायत करने के बावजूद तहसील स्तर पर कारवाई सुनिश्चित ना करा पाने की वजह से जहां जनता में गलत संदेश जा रहा है वहीं इससे निगम के स्वच्छता मिशन को भी पलीता लग रहा है।उन्होंने स्पष्ट शब्दों में एक सप्ताह के भीत घाट से मलबा हटाने के निर्देश तहसीलदार को दिए। बैठक में अधिशासी अभियंता विनोद जोशी, तहसीलदार अमृता शर्मा, सब इंस्पेक्टर अरुण त्यागी आदि मोजूद रहे।