राज्य के परिवहन व्यवसाय की चुनौतियों को महसूस करें सरकार
डग्गामारी और व्यवस्थागत खामियों से हो रहा नुकसानः रमोला
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। सरकार को राज्य के परिवहन व्यवसाय की चुनौतियों को महसूस कर इसके निदान हेतु ईमानदार पहल करनी चाहिए। डग्गामारी और व्यवस्थागत खामियां राज्य के सहकारिता पर आधारित परिवहन व्यवस्थाओं का नुकसान पहुंचा रहे हैं।
ये कहना है संयुक्त रोटेशन व्यवस्था समिति के अध्यक्ष नवीन रमोला का। रमोला रविवार को रोटेशन कार्यालय में मीडिया से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नौ निजी मोटर कंपनियों से बना संयुक्त रोटेशन 60 साल से चारधाम यात्रा में परिवहन सुविधा मुहैया करा रहा है। हाल के सालों में तमाम व्यवस्थागत खामियों से परिहवहन व्यवसाय हिचकोले खा रहा है।
इसका असर राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में देखे और महसूस किए जा सकते हैं। इसकी बड़ी वजह हरिद्वार से चारधाम यात्रा में होने वाली वाहनों की डग्गामारी है। इससे राज्य को आर्थिक नुकसान तो पहुंच ही रहा है साथ ही छवि पर भी असर पड़ रहा है। इसके अलावा तमाम व्यवस्थागत खामियों से भी परिवहन व्यवसाय दो चार हो रहा है।
उन्होंने सरकार से मांग की कि चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले रजिस्ट्रेशन से लेकर बस ट्रांजिट कम्पाउंड की व्यवस्थाएं चाक चौबंद होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बीटीसी मंे चारों ओर अव्यवस्थाएं हैं। ये अव्यवस्थाएं कई बार अराजकता के रूप में भी सामने आती रही हैं। इस पर गौर किया जाना चाहिए।
बस अड़े की पुलिस चौकी को संसाधन युक्त चौकी के रूप में स्थापित करने की मांग भी उन्होंने की। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए 2200 बसें रिजर्व की गई हैं। जोर देकर कहा कि मोटर कंपनियों की नियमित बस सेवाएं बनी रहेंगी। 40 प्रतिशत बसें लोकल रूट पर सेवाएं देती रहेंगी।
रोटेशन के अध्यक्ष नवीन रमोला ने रजिस्ट्रेशन व्यवस्था की तमाम खामियों को गिनाया। कहा कि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और धरातलीय स्थिति में साम्य बनें ऐसी व्यवस्था बननी चाहिए। ताकि ग्रामीण भारत से चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों को रजिस्ट्रेशन के नाम पर भटकना न पड़े।
इस मौके पर रोटेशन के पूर्व अध्यक्ष संजय शास्त्री, सुधीर राय, बलवीर रौतेला, भोपाल सिंह नेगी, मनोज ध्यानी, मदन कोठारी, आशुतोष तिवाड़ी, भानु प्रताप गिरी आदि मौजूद थे।