सरकार कब मानेगी कैबिनेट मंत्री को दोषी: जयेन्द्र रमोला
विधानसभा नौकरी घोटाले का मामला
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। सुप्रीम कोर्ट ने माना कि विधानसभा में की गई भर्तियां गलत हैं। अब देखना है कि सरकार कब मानती है कि इन भर्तियों को करने वाले तत्कालीन विधानसभा के अध्यक्ष और मौजूदा सरकार के कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल भी दोषी हैं।
ये कहना है कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयेन्द्र रमोला का। यहां जारी बयान में उन्होंने कहा कि विधानसभा भर्ती घोटाले को लेकर माननीय सर्वाेच्च न्यायालय ने भी अपना फ़ैसला सुना कर यह साफ़ कर दिया कि विधानसभा में नियुक्तियाँ ग़लत थी और सभी को नौकरी से हटाने के स्पीकर के फैसले का सही ठहराया।
रमोला ने कहा कि विधानसभा नियुक्ति घोटाले के सामने आने के पहले दिन से ही सरकार मान रही है कि नियुक्ति पाने वाले ही दोषी हैं। दरअसल, सरकार नियुक्ति करने वाले को सरकार बचा रही है।
रमोला ने कहा कि नियुक्तियों में बड़े घालमेल और लेनदेन की आशंका पहले दिन से ही व्यक्त की जाती रही हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि एक व्यक्ति स्पीकर रहते हुए नियुक्ति करवाता है और फिर वित्त मंत्री बनते ही पदों के लिए वित्तीय स्वीकृति देता है।
एक ही व्यक्ति अलग अलग पद बैठते ही किस स्वार्थ से ये सब कर रहे थे इसलिये कहीं ना कहीं इससे स्पष्ट प्रतीत होता है कि इसमें कहीं ना कहीं आर्थिक लाभ लिया गया है ।
रमोला ने कहा कि जब सरकार की जांच व सर्वाेच्च न्यायालय के फ़ैसले से नौकरी पाने वालों पर बर्ख़ास्तगी की गाज गिरी है परन्तु बैकडोर से ग़लत नियुक्तियाँ देने वालों पर सरकार क्यों कार्यवाही नहीं कर रही है सरकार क्यों कार्यवाही से बच रही है मेरी माँग है कि सरकार को जल्द से जल्द न्यायालय के निर्णय के अनुरूप भर्ती पाने वालों को बाहर किया गया उसी प्रकार दोषी मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल को बर्खास्त कर उनके ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई करे ।
रमोला ने कहा कि मेरी संवेदना नौकरी से निकाले गये उन सभी लोगों के साथ है परन्तु कहीं ना कहीं ये लोग भी ग़लत है । मैं उन सभी लोगों से कहना चाहता हूँ कि जिन लोगों ने नौकरी के एवज़ में पैसे दिये हैं वे अब तो सामने आयें और हमें बतायें हम नौकरी के एवज़ में पैसे लेने वाले नेताओं और अधिकारियों के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे और उनपर कार्यवाही करवाने के लिये न्यायालय की शरण में भी जाने का काम करेंगे।