गृह विज्ञान विभागः सीधे रोजगार से जोड़ना है प्राथमिकता
श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय का ऋषिकेश परिसर आकार ले रहा है। विश्वविद्यालय की बेहतरी के लिए टीम यूनिवर्सिटी पूरी तरह से तैयार है। विभिन्न विभागों में नियुक्त प्राध्यापकों में कुछ खास करने का जज्बा साफ दिखता है।
हिन्दी न्यूज पोर्टल www.tirthchetna.com विश्वविद्यालय की बेहतरी को टीम यूनिवर्सिटी के प्रयासों में साथ है। पोर्टल विभिन्न विभागों की तैयारी, चुनौती और लक्ष्य को लेकर प्राध्यापकों से बातचीत का अभियान चला रहा है।
ऋषिकेश। श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय का गृह विज्ञान विभाग की प्राथमिकता यूजी/पीजी डिग्रीधारी छात्रों को गृह विज्ञान के माध्यम से रोजगार से जोड़ना है। छात्रों को इसकी संभावनाओं को तराशने लायक बनाया जाएगा।
गुरूवार को हिन्दी न्यूज पोर्टल www.tirthchetna.com ने श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के गृह विज्ञान विभाग की व्यवस्थाओं को समझा। स्नातक स्तर और एकल प्राध्यापक वाले इस विभाग की तैयारियां गजब हैं। सालों तक एनसीसी अधिकारी के रूप में काम कर चुकी विभागाध्यक्ष प्रो. प्रीति कुमारी का अनुशासन विभाग के हर जगह पर दिखता है।
विभागाध्यक्ष प्रो. प्रीति कुमारी विभाग की तैयारियों के बारे में विस्तार से जानकारी देती है। बातचीत के दौरान ये बात निकलकर सामने आई कि इस वर्ष प्रथम में 91 में से 36 छात्र हैं। यानि गृह विज्ञान छात्रों के बीच भी लोकप्रिय हो रहा है।
बहरहाल, विषय को पीजी की मान्यता के लिए प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। खाद्य प्रसंस्करण और चाइल्डहुड पर सर्टिफिकेट/डिप्लोमा कोर्स डिजाइन किया गया है। इसके अलावा पर्वतीय क्षेत्र की कृषि उपज को लेकर भी कोर्स डिजाइन करने की योजना है।
विभागाध्यक्ष प्रो. प्रीति स्पष्ट करती हैं कि गृह विज्ञान में रोजगार की असीम संभावनाएं हैं। वास्तव में गृह विज्ञान सर्विस सेक्टर को लीड करता है। ऐसे में फोकस इस बात पर है कि गृह विज्ञान में डिग्रीधारी युवाओं को इसकी संभावनाओं को तराशने के लायक बनाया जाए। इस दिशा में काम भी शुरू कर दिया गया है।