सरकारी नौकरी हेतु हुई भर्ती परीक्षाओं की हो सीबीआई जांच

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बेरोजगार संघ ने लोक सेवा आयोग को किया कठघरे में खड़ा

तीर्थ चेतना न्यूज

देहरादून। बेरोजगार संघ ने अपर पीसीएस, लोअर पीसीएस, एफआरओ, आरओ, एआरओ, प्रवक्ता आदि भर्ती परीक्षाओं की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। संघ ने उक्त भर्तियों के मामले में लोक सेवा आयोग को कठघरे में खड़ा किया।

शनिवार को बेरोजगार संघ ने मीडिया से बाचती करते हुए तमाम भर्ती परीक्षाओं में बड़े पैमाने में घालमेल की आशंका व्यक्त की। कहा कि इसकी सीबीआई से जांच होनी चाहिए। बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार ने भर्तियों में घालमेल की आशंका को लेकर तमाम तथ्य मीडिया के सम्मुख रखे। कहा कि आयोग इन सब बातों को दबाने का प्रयास कर रहा है।

पंवार ने कहा कि आयोग दावा कर रहा है कि लोक सेवा आयोग उत्तराखंड में पटवारी भर्ती धांधली प्रकरण पहला मामला है। ये सच नहीं है। दावा किया कि पटवारी से पहले तमाम परीक्षाओं के पेपर लीक हुए हैं। कहा कि आयोग में एक नहीं कई चतुर्वेदी हैं।

बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार ने जेई भर्ती के प्रश्न बैंकों की प्रतिलिपियाँ भी प्रमाण के तौर पर मीडिया के सम्मुख पेश की। सवाल उठाया कि यदि आयोग से प्रश्न बैंक नहीं आया तो फिर कहां से आया। कहा कि ऑडियो क्लीप से भी इसकी पुष्टि होती है।

बेरोजगार संघ ने सवाल उठाया कि कहा कि जब मई 2021 में संपन्न हुई जेई आठ जनवरी 2023 को संपन्न हुई पटवारी लेखपाल परीक्षा का प्रश्न बैंक भी बाहर आ सकता है तो इस अंतराल में हुई विभिन्न परीक्षाएं अपर पीसीएस , लोअर पीसीएस , एफआरओ, एआरओ, आरओ, पीसीएस जे प्रवक्ता आदि परीक्षाओं के प्रश्न बैंक भी निश्चित रूप से ही बाहर होंगे।

उन्होंने लोअर पीसीएस की प्रारंभिक परीक्षा में 12 अंकों का बोनस मिलना तथा परीक्षा का मामला उच्च न्यायालय में लंबित होने के बाद भी आयोग ने अपनी ही नियमावली के विरुद्ध जाकर संबंधित परीक्षा की ओएमआर सहित सभी साक्ष्यों को नष्ट कर दिया जिससे उक्त परीक्षा की जांच ही न हो पाये ।

चार अप्रैल 2022 को संपन्न हुई अपर पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा में आयोग ने अपनी शुचिता को प्रारंभिक स्तर पर ही भंग कर दिया । साथ ही प्रदेश भर में कई ऐसी जानकारिया सामने आई है जिससे शारीरिक परीक्षा के दौरान भाई भतीजावाद का फायदा उठाकर अनेकों अभ्यर्थियों को कई अंकों का फायदा पहुंचाया गया है साथ ही यदि जेई और पटवारी का क्वेश्चन बँक बाहर आ सकता है तो निश्चित ही पुलिस सिपाही का क्वेश्चन बैंक भी बाहर आया होगा । जिसकी निष्पक्ष जांच होना अति आवश्यक है ।

बॉबी पंवार ने कहा कि जहां लिखित परीक्षाओं में इतने बड़े स्तर पर धांधली सामने आ रही है। वहीं असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा में एपीआई को लागू करके केवल साक्षात्कार के माध्यम से लेवल 10 की भर्ती को संपन्न करवाना आयोग और साक्षात्कार पैनलों की पारदर्शिता पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है क्योंकि इससे पूर्व संपन्न भर्तियां जिनमें साक्षात्कार हुआ था ।

आयोग के साक्षात्कार पैनलों की मनमानी कई बार देखी गई है साथ ही यह भी अवगत कराना है कि इस भर्ती में एपीआई के लागू होने से उत्तराखंड के अभ्यर्थियों का पूरी तरह से अहित हुआ है इसलिए इसमें जल्द ही भर्ती पर रोक लगाकर लिखित परीक्षा के माध्यम से परीक्षा को संपन्न कराया जाना चाहिये ।

बेरोजगार संघ ने आरोप लगाया कि किसी भी परीक्षा के नकलचियों के नाम सार्वजनिक नहीं किये जा रहे हैं । कहा कि यदि मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड को वास्तव में 2025 तक भ्रष्टाचार मुक्त बनाना चाहते हैं तो तत्काल सीबीआई जाँच हेतु केंद्र को लिखा जाना चाहिए।

कहा कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो उत्तराखण्ड बेरोजगार संघ प्रदेशव्यापी आंदोलन के लिए मजबूर होगा। इस मौके पर बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार, सुशील कैंतुरा, नितिन कैंतुरा, जितेंद्र ध्यानी, रविना, सचिन गोयल, मोहन कैंतुरा, सुनिल नेगी आदि लोग मौजूद थे।

Tirth Chetna

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