यूपी जैसा प्रदर्शन उत्तराखंड में भी कर सकेगी भाजपा
निकाय चुनाव में दिखा मुख्यमंत्री योगी का जादू
तीर्थ चेतना न्यूज
देहरादून। क्या उत्तराखंड में आसन्न नगर निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश जैसा प्रदर्शन कर सकेगी। यूपी में मुख्यमंत्री योगी के चेहरे पर वोट पड़ा और पार्टी ने निकाय चुनाव में एकतरफा जीत हासिल की।
उत्तराखंड कभी उत्तर प्रदेश का ही हिस्सा हुआ करता था। अब अलग राज्य है। जाहिर है दोनों राज्यों में विकास से लेकर राजनीति तक में तुलना होती है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उत्तराखंड से होने की वजह से तुलना अब नेताओं की क्षमताओं की भी होने लगती है।
2017-22 में दोनों राज्यों में भाजपा की सरकार रही और खूब तुलना होती थी। 2022 में दोनों राज्यों में भाजपा की ही सरकार बनीं। यूपी में मुख्यमंत्री योगी ही हैं और उत्तराखंड इस कालखंड में तीसरे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हैं। बहरहाल, एक बार फिर से तुलना होने लगी है।
दरअसल, यूपी में हाल ही में संपन्न हुए नगर निकाय चुनाव में भाजपा को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम पर बड़ी जीत हासिल हुई। 17 नगर निगमों में मेयर भाजपा का बना। आम जन इसका श्रेय सिर्फ और सिर्फ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के काम को देते हैं।
गुंडे/बदमाशों/ भूमाफिया आदि-आदि के खिलाफ उनके एक्शन से राज्य के लोग खुश हैं। तमाम बातों के बावजूद यूपी में लोग भाजपा से जुड़े हुए हैं। अब अक्तूबर/नवंबर में उत्तराखंड में भी निकाय चुनाव होने हैं। हालांकि कहा ये भी जा रही है कि चुनाव टल सकते हैं और आम चुनाव में बाद ही कराए जाएंगे।
इन सबके बीच, निकाय चुनाव को लेकर यूपी और उत्तराखंड में तुलना होने लगी है। सवाल उठ रहा है कि उत्तराखंड में आसन्न निकाय चुनाव में भाजपा को यूपी जैसी सफलता मिल सकेगी। क्या यहां भी किसी चेहरे का जादू चलेगा। या यहां कुछ मुददे भाजपा के लिए मुसीबत खड़ी करेंगे।
राजनीति के जानकार इसको लेकर तमाम तर्क दे रहे हैं। आम लोगों का रिएक्शन कुछ और है। रह रहकर तमाम मुददे लोगों के सामने आ रहे हैं।