संस्कृति के संरक्षण के काम में लीन शिक्षक सुरेंद्र लिंगवाल
नरेंद्रनगर। कला विषय का शिक्षक कक्षा से इत्तर चुपचाप गढ़वाल की संस्कृति के संरक्षण और संवर्द्धन के काम में लगा हुआ है। शिक्षक की पहल का स्कूल में असर भी दिखता है।
जी हां, बात हो रही है टिहरी जिले के नरेंद्रनगर ब्लॉक स्थित गवर्नमेंट इंटर कॉलेज, बेड़धार में एलटी कला के पद पर तैनात शिक्षक सुरेंद्र सिंह लिंगवाल की। कक्षा से इत्तर शिक्षक सुरेंद्र सिंह नेगी प्रचार से दूर संस्कृति के संरक्षण और संवर्द्धन के काम में लगे हुए हैंं।
उन्होंने ठेठ पर्वतीय अंचलों के पौराणिक विषय वस्तुओं को स्वर देकर समाज के सामने प्रस्तुत किया है। इसकी शुरूआत उन्होंने घंडियाल देवता की स्तुति पर आधारित गीत से की। इसके बाद साथी शिक्षकों के प्रोत्साहन से उन्होंने तमाम विषयों पर गीत लिखे और गाए।
उनके गीत पूरी तरह से मौलिक और शिक्षाप्रद हैं। शिक्षक लिंगवाल आंचलिक संस्कृति के संरक्षण को लेकर युवाओं को प्रेरित करते हैं। इसका असर स्कूल में देखने को भी मिलता है। उनके यूटयूब चैनल को लोग खूब पसंद करते हैं।
शिक्षक सुरेंद्र सिंह लिंगवाल बताते हैं कि स्कूल में शिक्षक साथियों के प्रोत्साहन से वो ऐसा कर पा रहे हैं। जीव विज्ञान के प्रवक्ता विमल कोटियाल का उनको प्रेरित करने में विशेष योगदान है। इसके अलावा प्रभारी प्रिंसिपल शंकरमणि भटट, श्रीमती नीलम नेगी, लोकेंद्र दत्त बिजल्वाण, दयराम जोशी, श्रीमती सोनी पंवार का भी संस्कृति के संरक्षण और संवर्द्धन में आगे बढ़ने में सहयोग मिलता है।