यूपी मा जनसंख्या नीति 2021 ड्राफ्ट तैयार, द्वी बच्चौं पर मिलली राहत, ज्यादा बच्चा ह्वाल त ह्वेली आफत, जाणो इन किलै
लखनऊ नै जनंसख्या नीति मा घर मालिक अगर सरकरी नौकरी मा छ अर नसबंदी करवांद त उं तै अलग इंक्रीमेंट, प्रमोशन, सरकरी आवास योजनाऔं मा छूट, पीएफ मा एम्पलॉयर,कंट्रीब्यूशन, बढाण जणी कत्ती सुविधा दीणा बाबत सिफारिश करे ग्यायी, अगर द्वी बच्चौं ह्वाळ दम्पत्ति अगर सरकरी नौकरी मा नी छन, उंते पाणी बिजळी, हाउस टैक्स, होम लोग, मा छूट अर होर सुविधा दीण प्रस्ताव छ।
एक संतान पर अफी नसबंदी कराण ह्वाळ हर अभिभावक तै संतान क 20 साल तकन मुफत इलाज, शिक्षा, बीमा, शिक्षण संस्था अर सरकरी नौकरी मा प्राथमिकता दीण सिफारिश छ, अर ये मा सरकरी नौकरी ह्वाळ दंपती तै चार अलग इंक्रीमेंंट दीण सुझाव भी छ। अगर दंपती गरीबी रेखा तळ छ अर एक संतान बाद स्वैच्छिक नंसबंदी करवांद त उंक नौन बाबत वै तै अस्सी हजार अर बेटी खातिर एक लाख रूप्या एकमुश्त दीण की सिफारिश करी।
कानून उल्लंघन कन पर चली जाली नौकरी।
अगर यी कानन लागू ह्वे जांद त एक साल मा सब्बी सरकरी अधिकारियूं कर्मचारियूं स्थानीय निकाय मा चुन्या प्रतिनिधियू तै शपथ पत्र दीण ह्वाल कि येक उल्लघंन नी करल। ये मा सरकरी कर्मचारियूं क प्रमोशन रूकण अर बर्खास्त कना तक सिफारिश छ। हालांकि, एक्ट लागू हूण बगत क्वी गर्भवती छ या दूसर बार गर्भवती हूण बगत जुड़वा बच्चा ह्वे जदींन त उ ये कानून दायरा मा नी आल। अगर कैक पैल या दूसर बच्चा निःशक्त छ त उ भी तीसर संतान हूण पर सुविघाओं से बंचित नी करे जाल। तीसर बच्चा तै गोद लीण पर भी रोक नी रैली।
एक से ज्यादा ब्यौं कन पर यी छ खास प्रावधान
एक से ज्यादा ब्यौ कन ह्वाळ दंपतियौ कुणी खास प्रावधान करे गीन। अगर क्वी व्यक्ति एक से ज्यादा ब्यौ करद अर सब्बी पत्नियौं तै मिलै कन वैक द्वी से ज्यादा बच्चा छन त उ भी सुविधाओं से बंचित ह्वाल। वखी अगर महिला एक से ज्यादा ब्यौ करद अर अलग अलग पतियौं से मिलैकन दो से ज्यादा बच्चा हूण पर उं तै भी सुविधा नी मिलली।