प्रो. डीसी नैनवाल को कर्म योगी नन्द राम पुरोहित शोध सम्मान
कर्म योग सिद्धांत से बनेगा भारत विश्व गुरुः न्यायमूर्ति पंकज पुरोहित
तीर्थ चेतना न्यूज
देहरादून। गवर्नमेंट पीजी कॉलेज, डोईवाला के प्रिंसिपल प्रो. डीसी नैनवाल को शिक्षा और शोध के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्यों के लिए कर्म योगी नन्द राम पुरोहित शोध सम्मान से सम्मानित किया गया।
शनिवार कर्म योगी स्वर्गीय श्री नंदराम पुरोहित की 64 वीं जन्म जयंती के अवसर पर आयोजित भगवद् गीता, कर्म योग एवं सुशासश् विषय पर आयोजित संगोष्ठी में बोलते हुए न्यायमूर्ति पंकज पुरोहित ने कहा कि गीता सहित पूरा भारतीय वांग्यमय हमें कर्म प्रधान होने की शिक्षा देता है और कर्म प्रेरित होने की शिक्षा ही लक्ष्य की ओर प्रेरित करने में सहयोग देता है।
गीता का उपदेश समाज को कर्म प्रधान बनाने मैं सहायक है, आवश्यकता है कि हमारी नयी पीढ़ी को भारतीय ज्ञान परंपरा के मूल्यों का अनुसरण कर आधुनिक विज्ञान एवं तकनीकी अविष्कार के साथ सामंजस्य स्थापित कर मानव कल्याण के लिए उनका उपयोग करना होगा। मानवता की सेवा ही कर्म की पहचान है उन्होंने कहा की श्री नंदराम पुरोहित का व्यक्तित्व ताउम्र कर्म से प्रेरित रहा इसलिए उनका दर्शन अनुकरणीय है।
सुशासन के लिए धर्म का पालन आवश्यक है, धर्म का अर्थ पूजा से नहीं है बल्कि कर्म से है। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए दून वि वि के डीन एवं अर्थशास्त्री प्रो आर पी ममगाई ने कहा कि हमें अपनी सोच के दायरे को बढ़ाना चाहिए और अपना परिवार पूरा समाज को समझना चाहिए। आवश्यकता है कि नई पीढी समाज के इन मूल्यों को समझे और उसका अनुकरण करें।
विशिष्ट अतिथि रामेश्वरी पुरोहित ने कहा कि कर्म योग की शिक्षा परिवार से ही मिलती है इसमें बच्चे की परवरिश की भूमिका महत्वपूर्ण है। इस अवसर पर डोईवाला पी जी कालेज के प्राचार्य प्रो डी सी नैनवाल को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए कर्म योगी नन्द राम पुरोहित शोध सम्मान प्रदान किया गया। कार्यक्रम का संचालन प्रो एच सी पुरोहित ने किया।
कार्यक्रम में प्रो रचना नौटियाल, प्रो हर्ष डोभाल, प्रो राकेश जोशी, डॉ मनोज पुरोहित, डॉ कविता काला, लोकेश, आकांक्षा, अक्षत, अक्षिता, वीरेंद्र पुंडीर, संदीप असवाल, नरेंद्र लाल आदि उपस्थित रहे। धन्यवाद ज्ञापन डॉ लवली चंद्रा ने किया।