नेहा शर्मा को पीएचडी की उपाधि
तीर्थ चेतना न्यूज
देहरादून। श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के जंतु विज्ञान विभाग ने नेहा शर्मा को उनके शोध कार्य पर पीएचडी की उपाधि प्रदान की। नेहा ने अपना शोध कार्य प्रोफेसर राजेश रयाल, अनसूया प्रसाद बहुगुणा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अगस्त्यमुनि के जंतु विज्ञान के पूर्व विभाग प्रभारी डॉ० पंकज बहुगुणा तथा अनसूया प्रसाद बहुगुणा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अगस्तमुनि के वनस्पति विज्ञान विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ० प्रतिभा बलूनी के निर्देशन में पूरा किया।
नेहा शर्मा ने बायोडायवर्सिटी स्टडीज ऑन दी वाटर मिट्स ऑफ स्प्रिंग फैड ट्रिब्यूटरीज ऑफ सॉन्ग रिवर नामक शीर्षक पर शोधकार्य किया। अपने शोध कार्य में नेहा शर्मा ने दो नई प्रजाति की जलीय मकड़ीयो की खोज की। न्यूओएट्रैक्टिव्स ताशीवांगमूयी को सहस्त्रधारा क्षेत्र से एकत्रित किया और इसपरकोनॉप्सिस हिमालयायंसेस जलीय मकड़ी को मलदेवता नामक स्थान से एकत्र किया।
इनका यह शोध कार्य इंटरनेशनल जनरल ऑफ एक्रोलॉजी 1.465 इंपैक्ट फैक्टर में प्रकाशित किया गया। नेहा शर्मा ने स्वच्छ पानी में पाए जाने वाली २९ प्रजातियों को अपने शोध कार्य में सूचीबद्ध किया। नेहा शर्मा ने गुरु राम राय विश्वविद्यालय, देहरादून के जंन्तु विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर राजेश रयाल, अनसूया प्रसाद बहुगुणा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अगस्त्यमुनि के जंतु विज्ञान के पूर्व विभाग प्रभारी डॉ० पंकज बहुगुणा तथा अनसूया प्रसाद बहुगुणा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अगस्तमुनि के वनस्पति विज्ञान विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ० प्रतिभा बलूनी के निर्देशन में अपना शोध कार्य पूर्ण किया।
इंट्रडिसीप्लिनरी शोध कार्य में जलीय मकड़ियों पर नदी के किनारे पाए जाने वाले पादप वनस्पति का प्रभाव किस प्रकार से जैव विविधता को प्रभावित करता है इस पर भी नेहा शर्मा ने कार्य किया। वर्तमान में डॉ० पंकज बहुगुणा तथा डॉ० प्रतिभा बलूनी राजकीय महाविद्यालय देहरादून शहर, देहरादून में कार्यरत है।