उत्तराखंड में फूल संस्कृति फूलदेई की नई पहचान बाल पर्व

उत्तराखंड में फूल संस्कृति फूलदेई की नई पहचान बाल पर्व
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तीर्थ चेतना न्यूज

देहरादून। उत्तराखंड में मनाया जाने वाला फूल संस्कृति/ फूलदेई अब बाल पर्व के रूप में मनाया जाएगा। इस तरह से उक्त पर्व को बाल पर्व के रूप मंे नई पहचन मिल गई है।

फाल्गुन/ चैत्र माह में मनाया जाने वाला फूल संस्कृति/फूलदेई उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्र का खास पर्व है। ये नई उमंग के साथ-साथ प्रकृति को जानने और समझने का पर्व है। इस पर्व के माध्यम से लोग प्रकृति की सत्ता को स्वीकारते हुए उसके तमाम अवयवों से रूबरू होते हैं।

इस खास पर्व से नई पीढ़ी को अवगत कराने के उददेश्य से गत वर्षों से स्कूली शिक्षा विभाग खास प्रयास करता रहा है। गत वर्ष मुख्यमंत्री, विधानसभा की अध्यक्ष समेत तमाम मंत्रियों ने विधानसभा भवन में बच्चों के साथ इस पर्व को मनाया था।

इसी के मददेनजर शासन ने निर्णय लिया है कि अब हर वर्ष फूल संस्कृति/ फूलदेई को बाल पर्व के रूप में मनाया जाएगा। इसके तहत उक्त दिवस पर स्कूलों में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

Tirth Chetna

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