स्टेम एजुकेशन हेतु राज्य स्तरीय प्रशिक्षण शुरू
नौनिहालों में नवाचार व खोज आधारित शिक्षा को मिलेगा बढ़ावा
तीर्थ चेतना न्यूज
देहरादून। भारतीय विज्ञान एवं शिक्षा अनुसंधान संस्थान, पुणे के स्टेम एजुकेशन के लिए राज्य में गणित और विज्ञान का राज्य स्तरीय प्रशिक्षण शुरू हो गया है। नौनिहालों में नवाचार खोज आधारित शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए स्टेम एजुकेशन पर जोर दिया जा रहा है।
देहरादून और हरिद्वार जिले के शिक्षकों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण बुधवार से दून विश्वविद्यालय में शुरू हो गया। कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल ने बतौर मुख्य अतिथि इसका शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि वर्त्तमान समय में वैश्विक शिक्षा से जुडी चुनौतियों का सामना करने के लिए बच्चो को तैयार करना होगाद्य अब शिक्षक की भूमिका में बदलाव आ गया है, उन्हें बच्चों की रचनात्मक क्षमताओं को पहचानते हुवे उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना होगा।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्, उत्तराखंड ( एससीईआरटी यूके) एवं भारतीय विज्ञान एवं शिक्षाअनुसंधान संस्थान पुणे (आईआईएसईआर) द्वारा स्टेम के तकनीकों एवं नवीनतम शैक्षणिक उपकरणों का उपयोग कर विद्यार्थियों में गणित एवं विज्ञान की अभिरुचि विकसित करने के उद्देश्य से राज्य के विज्ञान एवं गणित शिक्षकों को आईआरआईएसई (इंस्पाइरिंग इंडिया इन रिसर्च इनोवेशन इन स्टेम एजुकेशन ) कार्यक्रम अन्तर्गत तीन दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है ।
यह प्रशिक्षण राज्य के सभी जिले के शिक्षकों को चरणबद्ध तरीके से दिया जाएगा। आईआरआईएसई कार्यक्रम के चार चरण हैं। इसमें टीचर डेवलेपमेंट,जिसके अन्तर्गत शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाता है । इस परियोजना को
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग – भारत सरकार, रॉयल सोसाइटी ऑफ केमिस्ट्री, ब्रिटिश काउंसिल, और टाटा टेक्नोलॉजीज द्वारा वित्त पोषित किया जा रहा है ।
आईआरआईएसई कार्यक्रम के विभिन्न चरण हैं जिसमें प्रथम चरण में राज्य के कुछ शिक्षकों को तीन दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण दिया जाएगा । तत्पश्चात प्रथम चरण में प्रशिक्षित शिक्षकों में से कुछ शिक्षकों का चयन उनके कक्षा में की गयी गतिविधियों के आधार पर किया जाएगा जो दूसरे चरण के तहत 10 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण भारतीय विज्ञान एवं शिक्षा अनुसंधान संस्थान पुणे में प्राप्त करेंगे । 10 दिवसीय प्रशिक्षण प्राप्त
करने वाले शिक्षकों को इनोवेशन चैंपियन (आईसी) के नाम से जाना जाएगा एवं उसके बाद तीसरा चरण
शुरू होगा जिसमे सभी इनोवेशन चैंपियन (आईसी) आईआईएसईआर, पुणे की मदद से अपने संबन्धित जिले में कैसकेड कार्यशाला का आयोजन करेंगे । इस कार्यक्रम के तहत सभी विद्यालयों को एक किट भी उपलब्ध कराया जाएगा जो विद्यालय में गतिविधि कराने हेतु शिक्षकों के लिए काफी मददगार साबित होगा।