समाज सेविका नीलम बिजल्वाण के कार्यों को सराहा गया
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सकलानी वेडिंग हॉल में जुटी महिलाएं
विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिलाएं सम्मानित
तीर्थ चेतना न्यूज
मुनिकीरेती। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर ढालवाला में आयोजित कार्यक्रम में समाजसेविका नीलम बिजल्वाण के कार्यों की सराहना की गई। इस मौके पर विभिन्न क्षेत्रों में उललेखनीय कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया।
मुनिकीरेती/ढालवाला क्षेत्र में नीलम बिजल्वाण सामाजिक क्षेत्र में बेहतर कार्यों के माध्यम से आम लोगों के बीच छा गई हैं। इसकी झलक देखने को मिली अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सकलाली वेडिंग हॉल में आयोजित कार्यक्रम में। यहां जुटी भीड़ आम लोगों के बीच नीलम की लोकप्रियता का प्रमाण रही।
बहरहाल, समाजसेविका नीलम बिजल्वाण ने मुनिकीरेती/ढालवाला/14 बीघा/ राजीवग्राम आदि क्षेत्र की मातृशक्ति के साथ अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली करीब 450 महिलाओं को सम्मानित किया।
इसमें आशा कार्यकत्रीयों, आंगनबाड़ी, सहायिका महिलाएं, स्कूल अध्यापिका, भोजनमता, पुलिस महिला कांस्टेबल, पूर्व व वर्तमान महिला जनप्रतिनिधि , उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी महिलाएं, सेवानिर्वित अध्यापिकाए , स्वरोजगार से जुड़ी महिलाएं,योगा फील्ड से जुड़ी महिलाओं को सम्मानित किया।
ढालवाला के सकलानी वेडिंग पॉइंट स्थित महिला सम्मान समारोह कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाओं की उपस्थिति रही इस दौरान उत्तराखंड की लोक गायिका अनीशा रांगड ओर लोक गायक विनोद बिजलवाण ने अपनी आवाज से कार्यक्रम में समा बांधा। इस दौरान अन्य कलाकारों ने भी अपनी रंगारंग प्रस्तुति दी।
हजारों की तादाद पर उपस्थित महिलाओं ने कार्यक्रम का लुफ्त उठाया साथी उन्होंने नीलम बिजल्वाण और उनकी टीम का आभार एवं धन्यवाद व्यक्त किया।
समाजसेविका नीलम बिजल्वाण ने बताया कि हमारा उद्देश्य यह है कि हर क्षेत्र में महिलाएं आगे बढ़ें और उनका सपोर्ट करते हैं, जो महिलाएं अपने दम पर कुछ करना चाहती हैं उनको हम आगे बढ़ाने के लिए कार्य करते हैं।
उन्होंने कहा कि इस साल की महिला दिवस की थीम एक ऐसी दुनिया, जहां हर किसी को बराबर का हक और सम्मान मिले के साथ मनाया । उन्होंने कहा कि अवसर बहुत हैं लेकिन कोई भी लक्ष्य हम मिलजुलकर ही प्राप्त कर सकते हैं। जहां एक पुरुष की सफलता के पीछे एक महिला होती है तो महिला के संरक्षण संवर्धन व उच्च मुकाम के पीछे एक पुरुष ही होता है।