मेयर अनिता ममगाईं ने परखी शहर की पेयजल व्यवस्था
श्रृद्धालुओं, पर्यटकों और शहरवासियों को मिले शुद्ध पेयजल
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। बढ़ती गर्मी और तीर्थ यात्रियों/ पर्यटकों की अत्यधिक आमद के बीच नगर निगम की मेयर श्रीमती अनिता मेयर ने शहर की पेयजल व्यवस्था को परखा। इस मौके पर उन्होंने अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए।
रविवार को निगम में साप्ताहिक अवकाश के बावजूद मेयर श्रीमती अनिता ममगाई ने शहर के विभिन्न प्रमुख क्षेत्रों में पेयजल व्यवस्था का जायजा लिया। मेयर भाजपा कार्यकर्ताओं व निगम पार्षदों के साथ चारधाम यात्रा में पेयजल व्यवसथाओं का निरीक्षण करने महापौर सड़कों पर उतरी।
उन्होंने यात्रा बस अड्डे व रेलवे स्टेशन से गंगा दर्शन के लिए त्रिवेणी घाट जाने वाले विभिन्न पैदल मार्गों पर लगे स्टेंड पोस्ट का निरीक्षण किया।अधिकांश में नलों के सूखे पाये जाने पर तत्काल प्रभाव से उन्होंने जल संस्थान के अधिकारियों को मौके पर तलब कर लिया।
चटक धूप के बीच मेयर ने पेयजल व्यवस्थाओं को परखा।व् यवसथाओं से नाखुश महापौर ने मौके पर जल संस्थान के अधिकारियों को तलब कर निर्देशित करते हुए कहा कि मौसम का मिजाज पिछले तीन दिनों से बेहद गर्म होना शुरू हो गया है। ऐसे में पेयजल व्यवसथाओं का मजबूत होना बेहद जरूरी है ताकि चारधाम यात्रा के मुख्य द्वार ऋषिकेश में पेयजल संकट का सामना ना करना पढ़े।
शहर में पानी की कोई कमी नहीं आनी चाहिए। इसको लेकर मेयर ने अधिकारियों को निर्देश दिए। कहा कि, भीषण गर्मी को देखते हुए आवश्यकतानुसार पानी का समय बढ़ाया जाएं। दूषित जला पूर्ति की शिकायत आती है तो त्वरित उसका निस्तारण किया जाएं। जब तक निस्तारण न हो जाए तब तक जनता के लिए टैंकर के माध्यम से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाए।
साथ ही शहर में लगातार हो रही बिजली कटौती से नाराज मेयर ने विधुत विभाग के अधिकारियों को दूरभाष पर नगर की विधुत व्यवस्था में सुधार की बात कही। महापौर ने विभागीय अधिकारी को कहा कि पीक आवर में लाईनों का काम करने के बजाए ऐसे समय कार्य करें ताकी यात्रियों को कम से कम परेशानी हो। इस दौरान जल संस्थान के अधिशासी अभियंता अनिल नेगी, पार्षद अनीता रैना, विजय बडोनी, विनोद शर्मा, अनिल ध्यानी, प्रमोद शर्मा, पवन शर्मा, चेतन शर्मा, संदीप शास्त्री, विवेक गोस्वामी, राजकुमारी जुगलान, धीरेंद्र कुमार, ज्योति सहगल, गौरव सहगल, भूपेंद्र राणा, असर्फी रणावत, जे ई पिंकी चंद,अजय कालड़ा, रमेश अरोड़ा, निशु शर्मा आदि मोजूद रहे।