मंत्री और विधायक के बीच हुए विवाद का पटाक्षेप
आरोप-प्रत्यारोपों को बताया गलतफहमी
तीर्थ चेतना न्यूज
देहरादून। संगठन के अनुशासन के डंडे के सामने भाजपा के विधायक और कैबिनेट मंत्री के बीच विवाद ज्यादा देर नहीं टिक सका। विधायक ने इस मामले में सामने आए आरोप-प्रत्यारोपों को को गलतफहमी बताया।
डीएफओ को तबादले को लेकर पुरोला से भाजपा के विधायक दुर्गेश्वर लाल ने वन मंत्री सुबोध उनियाल पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनके शासकीय आवास पर धरने पर बैठ गए थे। इस दौरान उन्होंने मंत्री पर तमाम गंभीर आरोप लगाए।
पार्टी के विधायक का यूं चौराहे पर आरोप-प्रत्यारोप को पार्टी ने गंभीरता से लिया। पार्टी ने विधायक और मंत्री से इस बारे में उनका पक्ष जाना। पक्ष सुनने के साथ-साथ पार्टी ने स्पष्ट कर दिया कि ऐसा नहीं चलेगा।
इस मामले में पार्टी अनुशासन का डंडा चलता इससे पहले आरोप-प्रत्यारोप गलतफहमी बताए जाने लगे। बुधवार को तो विधायक दुर्गेश्वर लाल ने सभी आरोप से किनारा करते हुए कहा कि कुछ तकनीकी मामलों में गलतफहमी पैदा हो गई थी। कहा कि अब सब कुछ स्पष्ट हो गया है।
भाजपा संगठन के मुताबिक दोनों ने अपने व्यवहार पर खेद व्यक्त करते हुए भविष्य में इसकी पुनर्रावृत्ति न होने की बात कही। इस तरह से संगठन के दखल के बाद विधायक और मंत्री के बीच हुए विवाद का पटाक्षेप हो गया है।
बहरहाल, भाजपा ने भले ही इस विवाद को पानी डालकर ठंडा कर दिया हो। मगर, सवाल अभी भी ज्यों का त्यों है। आखिर क्या भाजपा शासन में अधिकारी लोगों को परेशान कर रहे हैं। विधायक का ऐसा ही कुछ आरोप था। या काम करने वाले अधिकारी जनप्रतिनिधियों को खटक रहे हैं। इसको लेकर जितने मंुह उतनी बातंे हो रही हैं।