पहाड़ चढ़ने में क्यों हांफ रहा श्री देव सुमन विश्वविद्यालय
धरातल पर नहीं उतर पा रहा विवि का गोपेश्वर परिसर
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। राज्य सरकार ने गवर्नमेंट पीजी कॉलेज, गोपेश्वर का भवन समेत तमाम संपत्तियां श्री देव सुमन विश्वविद्यालय को सौंप दिया है। विश्वविद्यालय है कि पहाड़ चढ़ने में हिचकिचा रहा है।
उल्लेखनीय है कि गवर्नमेंट पीजी कॉलेज, गोपेश्वर श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय का पहला घोषित परिसर है। मगर, बाजी देहरादून जिले का ऋषिकेश कॉलेज मार गया। हालांकि इसके लिए ऋषिकेश ने ऑटोनोमस कॉलेज खोकर बड़ी कीमत चुकाई।
बहरहाल, सरकार ने गवर्नमेंट पीजी कॉलेज, गोपेश्वर का भवन समेत तमाम संपत्तियां श्री देव सुमन विश्वविद्यालय को सौंप दी है। मगर, विश्वविद्यालय अभी तक गोेपेश्वर परिसर को धरातल पर नहीं उतार सका है। फिलहाल दूर-दूर तक इसकी सूरत भी बनती नहीं दिख रही है।
सवाल उठने लगे हैं कि आखिर विश्वविद्यालय पहाड़ चढ़ने से क्यांे हिचकिचा रहा है। आखिर जहां विश्वविद्यालय का पहला दीक्षांत समारोह हुआ और वहां विश्वविद्यालय परिसर को स्थापित करने में इतना विलंब क्यों कर रहा है।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने जितनी तत्परता ऋषिकेश परिसर को आकार देने में दिखाई, उतनी तत्परता गोपेश्वर को परिसर बनाने में क्यों नहीं दिखाई जा रही है। अब विश्वविद्यालय के पास मानव संसाधन की कमी भी नहीं है।
ऋषिकेश परिसर में वरिष्ठ प्राध्यापक हैं। उन्हें गोपेश्वर भेजकर परिसर को धरातल पर उतारा जा सकता है। मगर, अभी तक विश्वविद्यालय के स्तर पर ऐसा कुछ होता हुआ नहीं दिख रहा है।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव केआर भटट ने माना कि गवर्नमेंट पीजी कॉलेज, गोपेश्वर का भवन और भूमि विश्वविद्यालय के नाम हो चुकी है।
इस पूरे मामले में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केएन जोशी से संपर्क नहीं हो सका। और दिनों की तरह आज भी उनका फोन नहीं उठा। विश्वविद्यालय का पक्ष मिलेगा तो प्रमुखता से प्रकाशित किया जाएगा।