अटल उत्कृष्ट स्कूलों के खराब रिजल्ट की जिम्मेदारी तय, नपेंगे शिक्षक
डीजी एजुकेशन का मुख्य शिक्षा अधिकारियों को कड़ा पत्र
तीर्थ चेतना न्यूज
देहरादून। भाजपा सरकार की स्कूली शिक्षा में ड्रीम प्रोजेक्ट के तौर पर प्रचारित अटल उत्कृष्ट स्कूलों के खराब बोर्ड रिजल्ट की जिम्मेदारी लगभग तय हो गई है। मामले में शिक्षकांें को नापने की तैयारी है।
बाजारी शिक्षा से मुकाबला करने के लिए स्थापित 189 अटल उत्कृष्ट स्कूलों को गैर बोर्ड यानि सीबीएसई के तहत संचालित करने का अनुभव अच्छा नहीं रहा। पहले साल उक्त स्कूलों का10 और 12 वीं का रिजल्ट खराब रहा। तोहमत लग रही है कि देहरादून रीजन का रिजल्ट अटल उत्कृष्ट स्कूलों की वजह से खराब रहा।
बहरहाल, इससे चिंतित शिक्षा विभाग ने पत्राचार करना शुरू कर दिया है। शिक्षा महानिदेशक ने सभी मुख्य शिक्षाधिकारियों को पत्र लिखा है। पत्र में अटल उत्कृष्ट स्कूलों के बोर्ड रिजल्ट की समीक्षा कर 50 प्रतिशत से कम रिजल्ट वाले स्कूलों की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।
निर्देश दिए गए है कि देहरादून रीजन के औसत रिजल्ट से कम रिजल्ट वाले विषयाध्यापक के खिलाफ प्रशासनित कार्यवाही प्रस्तावित करना सुनिश्चित करें। पास होने की उम्मीद वाले यानि कम्पार्टमेंट वाले छात्र/छात्राओं के लिए स्कूल ग्रीष्मकालीन अवकाश में भी खुले रहेंगे।
संबंधित विषय अध्यापक और प्रिंसिपल भी स्कूल में उपस्थित रहेंगे। यानि कुल मिलाकर खराब रिजल्ट के लिए शिक्षकों पर जिम्मेदारी तय हो गई है।