उत्कृष्ट पॉलीटेक्निक, सर्वश्रेष्ठ कार्मिक और छात्र/छात्राओं का सम्मान समारोह

उत्कृष्ट पॉलीटेक्निक, सर्वश्रेष्ठ कार्मिक और छात्र/छात्राओं का सम्मान समारोह
Spread the love

तीर्थ चेतना न्यूज

देहरादून। राज्य में उत्कृष्ट पॉलीटेक्निक, सर्वश्रेष्ठ कार्मिक और छात्र/छात्राओं को भव्य कार्यक्रम में राज्यपाल ले०ज० (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह और तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल ने सम्मानित किया।

शुक्रवार को आई०आर०डी०टी० आडिटोरियम में हुए प्राविधिक शिक्षा विभाग के द्वितीय प्रतिभा अलंकरण समारोह राज्यपाल उत्तराखण्ड ले०ज० (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि और तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल ने बतौर अति-विशिष्ट अतिथि शिरकत की।

प्रदेश में स्थापित 71 राजकीय एवं एक सहायता प्राप्त तथा 89 निजी पॉलीटेक्निक संस्थाओं के वर्ष 2022 व 2023 के डिप्लोमा पाठ्यक्रमों (13) पाठ्यक्रम) में अध्ययनरत् 36 सर्वश्रेष्ठ छात्र-छात्राओं (प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले) को रू0 5100-00 का चौक तथा मैडल प्रदान करने के साथ ही प्रदेश में स्थापित 71 राजकीय पॉलीटेक्निकों में आधारभूत ढांचा, शैक्षणिक स्टाफ की मानकों के अनुसार उपलब्धता, संस्थाओं में पठन-पाठन कार्य, को-करिकुलम गतिविधियों आदि को अच्छे ढंग से क्रियान्वित करने के आधार पर तीन सर्वश्रेष्ठ पॉलीटेक्निक एवं इन संस्थाओं में कार्यरत विभिन्न श्रेणियों के सात सर्वश्रेष्ठ शैक्षणिक एवं शिक्षणेत्तर स्टाफ को पुरस्कृत करने के लिये तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा एक अनूठी पहल की गई है।

कार्यक्रम में पॉलीटेक्निक संस्थाओं के चार भूतपूर्व छात्रों शिवराज चौहान, सुनील चौधरी, राकेश डिमरी एवं एस०सी० थपलियाल को भी सम्मानित किया गया।

मुख्य अतिथि राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा कि ज्ञान-विज्ञान-अनुसंधान भारत की आत्मा में है। आज का समय तकनीकी नवाचार, सृजन, इनोवेशन, आईडिया, परसेप्शन, पैशन के साथ तेज गति से आगे बढ़ने का है। उन्होंने कहा कि कुछ वर्ष पूर्व मैन्यूफैक्चरिंग, प्रोडक्शन, सप्लाई, इंजीरियरिंग आदि क्षेत्रों में चीन का जो दबदबा था, जो वर्तमान केन्द्र सरकार की विनिवेश एवं अन्य प्रगतिशील नीतियों के कारण अब भारत उनमें अग्रणी भूमिका में है।

आज नये भारत में हम स्टार्टअप इंडिया, स्किल इंडिया, श्मेक इन इंडियाश् श्कौशल भारत मिशन जैसी योजनाओं के माध्यम से युवा शक्ति को कौशल सम्पन्न बनाने के लिए निरंतर आगे बढ़ रहे हैं।

तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा गया कि विभिन्न उद्योगों के संचालन में डिप्लोमा होल्डर्स के योगदान की सराहना की गई। ये सभी प्रयोगात्मक एवं सैद्धांतिक तकनीकी शिक्षा पाकर अपनी कौशलता से इस प्रकार परिपूर्ण हैं कि ये सभी उद्योगों के लिए रीड की हड्डी हैं। उनके द्वारा सभी गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाले छात्र छात्राओं एवं शिक्षक, शिक्षणेत्तर कार्मिकों एवं प्रधानाचार्यों को ढ़ेर सारी बधाईयां एवं शुभकामनाएं दी गयी।

उन्होंने पॉलीटेक्निकों के सुदृढ़ीकरण के तहत तक०शिक्षा विभाग द्वारा उद्योगों के अनुसार पॉलीटेक्निकों हेतु नई साज-सज्जा, मशीनरी, स्मार्ट क्लास रूम, कम्प्यूटर आदि से लैबों के सुदृढ़ीकरण की बात कही है। केन्द्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से विभिन्न पॉलीटेक्निकों हेतु लगभग 300 करोड़ की धनराशि अवमुक्त किया जाना एक रिकार्ड है।

समय के साथ साथ नयी तकनीक का उपयोग करते हुए डिजिटल क्रान्ति लायी गई है। इस क्रम में नाबार्ड एवं एस०सी०एस०पी० योजना के अन्तर्गत 25 करोड़ की लागत से 10 डिजिटल लाइब्रेरियों का निर्माण कार्य प्रारम्भ हो गया है। इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री गति-शक्ति पोर्टल के माध्यम से एस०ए०एस० योजना के अन्तर्गत 20 करोड़ की लागत से 49 पॉलीटेक्निकों में डिजिटल लाइब्रेरी हेतु कार्यवाही गतिमान है।

अति-विशिष्ट अतिथि विधायक राजपुर रोड श्री खजानदास द्वारा अपने उद्बोधन में कहा गया कि प्रदेश के मा० मुख्यमंत्री एवं मा० तकनीकी शिक्षा मंत्री जी ने जो एक नई दिशा प्रदान की है एवं नई तकनीकी लौ जलाई है, उससे प्रदेश के युवाओं में एक नई क्रान्ति आई है।

विशिष्ट अतिथि सचिव तकनीकी शिक्षा रविनाथ रामन ने अपने उद्बोधन में कहा कि शासन द्वारा स्टार्ट अप, एम०एस०एम०ई०, सर्विस सेक्टर आदि नीतियां बनाई गयी हैं, सभी युवा इसका लाभ जरूर उठा सकते हैं। अतिशीघ्र सरकार द्वारा इन्वेस्टर समिट का आयोजन किया जा रहा है। मुझे आशा है कि कई उद्यमी प्रदेश में नये उद्यम स्थापित करेंगे इससे यहां के युवाओं के रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी।

निदेशक प्राविधिक शिक्षा आर०पी० गुप्ता द्वारा अपने उद्बोधन में कहा गया कि डिप्लोमा एजुकेशन समग्र तकनीकी शिक्षा प्रणाली का एक प्रमुख हिस्सा है। वर्तमान में यह हमारे राष्ट्र एवं राज्य के सामाजिक एवं आर्थिक विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। बेरोजगारी के इस युग में पॉलीटेक्निक से उत्तीर्ण प्रतिभाएं अपने रोजगार एवं स्वरोजगार दोनों की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। विशिष्ट अतिथि प्रो० डॉ बी०आर० गुर्जर निदेशक, एन०आई०टी०टी०टी०आर० चण्डीगढ द्वारा भी विचार व्यक्त किये गये।

अपर निदेशक प्राविधिक शिक्षा देश राज द्वारा उपस्थित मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि एवं अन्य गणमान्य उपस्थिति का छात्र-छात्राओं के उत्साहवर्द्धन करने के लिए आभार प्रकट किया गया। इस अवसर पर विभाग के पूर्व निदेशक हरि सिंह, उत्तराखण्ड प्राविधिक शिक्षा परिषद् के सचिव डॉ० राजेश उपाध्याय एवं अन्य विभागीय अधिकारीगण के साथ प्रदेश के विभिन्न पॉलीटेक्निक संस्थाओं के प्रधानाचार्य एवं सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य, अधिकारीगण, अन्य स्टॉफ, छात्र-छात्राएं तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

Tirth Chetna

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *