प्रमोशन फॉर गो करेंगे, ट्रांसफर हुआ तो कोर्ट जाएंगे और प्रभारी प्रिंसिपल का चार्ज हंस-हंस के लेंगे
तीर्थ चेतना न्यूज
देहरादून। उच्च शिक्षा में अजीबोगरीब व्यवस्था चल रही है। यहां प्रमोशन फॉर गो करने वाले प्राध्यापक तबादला होने पर कोर्ट पहुंच रहे और कॉलेज में प्रिंसिपल का चार्ज खुशी-खुशी संभाल रहे हैं।
उच्च शिक्षा मंे प्राध्यापकों के तबादले सख्ती के साथ हुए । शिक्षा निदेशक प्रो. सीडी सूंठा के नेतृत्व मंे विभाग ने एक-एक नियम को सही से फॉलो कराया। मगर, कुछ मामलों की चर्चा यदा कदा हो जाती है।
दरअसल, कुछ मामले ऐसे हैं कि प्राध्यापकों ने प्रमोशन को फॉर गो किया। इसके बाद तबादला हुआ तो कोर्ट पहुंच गए। यहां तक तो ये माना गया कि जिन वजहों से प्रमोशन फॉर गो किया संभवतः वहीं वजह तबादले में भी हो। मगर, जब ऐसे प्राध्यापक सीनियरिटी के नाम पर प्रिंसिपल का चार्ज लेकर इस पद का टेंशन खुशी-खुशी ले रहे हैं तो सवाल उठ रहे हैं।
सवाल उच्च शिक्षा निदेशालय तक पहुंच रहे हैं। प्राध्यापक दबी जुबान बहुत कुछ कह रहे हैं। अंदरखाने जितने मुंह उतनी बातें भी खूब हो रही हैं। सवाल प्रिंसिपल पर भी उठ रहे हैं। आखिर प्रिंसिपल तबादला हुए प्राध्यापक को कैसे प्रभारी के तौर पर चार्ज दे रहे हैं।
उच्च शिक्षा निदेशक प्रो. सीडी सूंठा ने कहा कि यदि प्राध्यापक को तबादला हुआ है तो प्रिंसिपल को उसे चार्ज देने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक-एक तबादला नियमानुसार हुआ है। इसके खिलाफ कोर्ट गए प्राध्यापकों को कोई राहत नहीं मिलने जा रहे हैं। उन्हें जाना ही होगा। उन्होंने कहा कि प्रमोशन फॉर गो के मामले में जल्द नए दिशा निर्देश आने वाले हैं।