उत्कृष्ट शोध में छाया दून विश्वविद्यालय

उत्कृष्ट शोध में छाया दून विश्वविद्यालय
Spread the love

प्राप्त किए सर्वाधिक राज्यपाल उत्कृष्ट शोध पुरस्कार

तीर्थ चेतना न्यूज

देहरादून। शैक्षणिक उत्कृष्टता में उत्तराखंड के दून विश्वविद्यालय ने देश-दुनिया का ध्यान आकृष्ट किया है। राज्य और राज्य के बाहर तमाम मौकों को दून विश्वविद्यालय ने स्वयं को साबित किया है।

शुक्रवार को राजभवन में आयोजित उत्कृष्ट शोध पुरस्कारों की सूची खुली तो इसमें भी दून विश्वविद्यालय पूरी तरह से छाया रहा। दून विश्वविद्यालय ने सर्वाधिक राज्यपाल उत्कृष्ट शोध पुरस्कार प्राप्त किए।

राज्यपाल ख्लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त), के द्वारा राज्यपाल उत्कृष्ट शोध पुरस्कार 2021 प्रदान किए। प्रथम पुरस्कार के लिए डॉक्टर अचलेश दवरे (दून विश्वविद्यालय) एवम डॉक्टर श्वेता सूरी (जीबी पंत विश्वविद्यालय) को चुना गया एवं उन्हें ₹50000 पुरस्कार राशि प्रदान की गई। द्वितीय पुरस्कार के लिए डॉक्टर अनिल कुमार (यूपीईएस देहरादून) एवं डॉ ऐश्वर्य प्रताप (दून विश्वविद्यालय) दिया गया एवं उन्हें ₹30000 पुरस्कार राशि के तौर पर भेंट किए गए। तृतीय पुरस्कार के लिए डॉ सुरेंद्र सिंह सुथर (दून विश्वविद्यालय) एवं डॉ राशि मिश्रा (दून विश्वविद्यालय) को ₹20000 देकर पुरस्कृत किया गया।

दून विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सुरेखा डंगवाल ने कहा कि उत्तराखंड के हमारे दूरदर्शी माननीय राज्यपाल एवम कुलाधिपति ख्लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त), की यह उच्च शिक्षा के प्रति संवेदनशीलता हैं की उन्होंने उच्च शिक्षा में अनुसंधान में गुणवत्ता में सुधार की संभावनाओं की खोज के लिए गंभीर एवम सार्थक प्रयासों के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। राज्यपाल उत्कृष्ट शोध पुरस्कार 2021 को माननीय राज्यपाल के द्वारा कोविड काल के बाद पुनः शुरू किया जाना उच्च शिक्षा में शोध के प्रति उनकी गंभीरता को दर्शाता है।

यह अवार्ड विषय विशेषज्ञों की सदस्यीय समिति द्वारा ये पुरस्कार उन शोधकर्ताओं को उनके प्रकाशित पत्रों के आधार पर दिए गए जिन्होंने उच्च-गुणवत्ता, नवीन, प्रभावशाली और मूल शोध प्रदर्शित किया और नई अंतर्दृष्टि, तरीके और तकनीक प्रदान करने का प्रयास किया।

इस अवार्ड के लिए पात्रता मानदंड निर्धारित करते समय, समिति ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि शोध पत्र के संबंधित मुख्य लेखकों (कोरेस्पोंडिंग ऑथर) को उत्तराखंड राज्य के विश्वविद्यालयों, कॉलेजों या उच्च शिक्षा संस्थानों से संबंधित होना चाहिए। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी वर्ग के अंतर्गत प्राप्त आवेदनों के मूल्यांकन के लिए प्रो. के.के. पंत (निदेशक, आईआईटी रुड़की) जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध केमिकल इंजीनियर और वैज्ञानिक हैं, ने विषय विशेषज्ञ परामर्श समिति की बैठक की अध्यक्षता की। इस समिति में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विभिन्न क्षेत्रों के सदस्य थे। इसी तरह की कवायद मानविकी और सामाजिक विज्ञान की श्रेणी के तहत प्राप्त आवेदनों का आकलन करते हुए की गई। ये पुरस्कार निश्चित रूप से अध्ययन के विभिन्न क्षेत्रों में अनुसंधान को बढ़ावा देने और समर्थन करने में योगदान देंगे।

इस कार्यक्रम के दौरान रविनाथ रमन जी (माननीय राज्यपाल के सचिव), डॉ. पी.पी. ध्यानी जी (पूर्व कुलपति, श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय उत्तराखंड), डॉ मन मोहन सिंह चौहान (कुलपति, जी बी पन्त विश्वविद्यालय उत्तराखंड) डॉ राजेंद्र प्रसाद ममगाईं (डीन, दून यूनिवर्सिटी) एवं विषय विशेषज्ञ परामर्श समितियों के सदस्य और सभी पुरस्कार विजेता उपस्थित थे।

Tirth Chetna

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *