ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल प्रोजेक्ट में ऑल इज वेल
निर्माण के लिए 2023 के लिए तय किया गया लक्ष्य हासिलः यादव
तीर्थ चेतना न्यूज
ऋषिकेश। सामरिक दृष्टि से अतिमहत्वपूर्ण निर्माणाधीन ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल प्रोजेक्ट में सब कुछ ठीक और मनाकनुसार चल रहा है। वर्ष 2023 में तय किया गया लक्ष्य हासिल कर दिया गया है।
ये कहना है मुख्य परियोजना प्रबंधक अजीत यादव का। यादव शुक्रवार को रेल विकास निगम कार्यालय सभागार में मीडिया से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने प्रोजेक्ट की प्रगति और निर्धारित लक्ष्य के बारे मंे विस्तार से जानकारी दी।
बताया कि 125 किमी. रेल ट्रेक के इस प्रोजेक्ट में 104 किमी. की सुरंग हैं। अभी तक करीब 70 प्रतिशन काम पूरा कर लिया गया है। टनल निर्माण समेत अन्य कार्यों में सुरक्षा मानकों का हर स्तर पर ध्यान रखा जा रहा है।
निर्माणाधीन रेल टनल के आस-पास के आबादी क्षेत्र की समस्याओं का नोटिस लिया जा रहा है। जिला प्रशासन के स्तर से आने वाली समस्याओं का निस्तारण किया जाता है। ऐसे मामलों में आरवीएन का सीधा हस्तक्षेप नहीं होता। जिला प्रशासन बीच में होता है उसी की रिपोर्ट पर समस्या का निदान होता है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि टनल निर्माण में विस्फोट का उपयोग भारत सरकार के डीजीएमएस द्वारा निर्धारित मानकों के मुताबिक ही होता है। इस पर भी कोई समस्या संबंधित क्षेत्र में दिखने पर नोटिस लिया जाता है।
एक अन्य सवाल के जवाब में मुख्य परियोजना प्रबंधक यादव ने कहा कि कुछ स्थानों पर जल स्रोतों के नुकसान की बात सामने आई है। इसे आरवीएन ने स्वीकारा है। उक्त क्षेत्र में इसकी क्षतिपूर्ति नए पेयजल योजना के माध्यम से की जाएगी।
इसके अलावा रास्तों, स्कूलों और सार्वजनिक स्थलों को होने वाले नुकसान पर भी फोकस होता है। उन्होंने कहा कि 2023-24 में सीएसआर के तहत आरवीएन ने विभिन्न कार्यों के लिए 13 करोड़ 64 लाख रूपये के कार्य किए जा रहे हैं। इस मद में लगातार क्षेत्र को लाभान्वित किया जाएगा।
इस मौके पर जीएम हेमंत कुमार, डा. विजय डंगवाल, पामीर अरोड़ा, अजय कुमार, सुब्रत भटट, भूपेंद्र सिंह, ओम प्रकाश मालगुड़ी आदि मौजूद थे।