प्रो. मधु थपलियाल के प्रयासों की ग्रामीणों ने की सराहना
गाजणा हल्दी से गांव के बंजर खेतों को सरसब्ज करने की तैयारी
तीर्थ चेतना न्यूज
उत्तरकाशी। गवर्नमेंट पीजी कॉलेज, उत्तरकाशी में तैनात प्रो. मधु थपलियाल की ग्रामोनोमुखी सोच का लाभ गांवों को मिलता दिख रहा है। उन्होंने गाजण हल्दी के माध्यम से बंजर खेतों का सरसब्ज करने का बीड़ा उठाया है। उनके इस प्रयास को ग्रामीण हाथों हाथ ले रहे हैं।
पायलट प्रोजेक्ट के तहत गाजणा क्षेत्र में उगाई गई हल्दी ने उन्हें इस मामले में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। प्रो. मधु थपलियाल अब गाजाण हल्दी से बंजर पड़े खेतों, पुरखों की संजोकर रखी गई कूड़ी, पुंगड़ी और गौ-गोठयार को सरसब्ज करना चाहती है।
रविवार को तकनीकी स्रोत केंद्र धौंतरी में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में ग्रामीणों ने उनके प्रयासों की सराहना की। नैपढ़ के ग्राम प्रधान माता प्रसाद भटट ने कहा कि जो लोग उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद अपने गाँव में बंजर पडी जमीनों को हरा भरा करने,जरूरत मंद हाथों को रोजगार देने, तथा गाँव के खाली पड़े घर मकानों को आबाद करने केजज्बे के साथ ग्रामीणों के बीच आते हैं, उनका कद और सम्मान हर पद और कुर्सी से ऊँचा होता है।
प्रधान भटट ने गांव की पीड़ा को व्यक्त करते हुए का कि गाँव से 95 प्रतिशत लोग रोजी रोटी के लिए पलायान कर चुके हैं, गाँव वीरान पड़ा हैं और जमीने बंजर। ऐसे में ग्रामीणों को हल्दी की खेती के लिए उत्साहित करना ग्रामीणों को गाँव की और तो लायेगा ही अपितु उनको आत्मनिर्भर भी बनाएगा।
उन्होंने प्रो० मधु थपलियाल को धन्यवाद दिया और उनके पिता कमला राम नौटियाल को याद करते हुए कहा कि वे एक ऐसे नेता थे जो जनता के लिए पूरी तरह समर्पित थे और आज उनकी बेटी उनकी राह पर निकल पडी है।
हल्दी परियोजना की प्रणेता प्रो० मधु थपलियाल ने बताया कि गाँव में जितने भी बंजर पड़े खेत हैं, उन सब में हल्दी लगायें, लोग मेहनत करे और अपना रोजगार खड़ा कर आत्मनिर्भर बने. उन्होंने महिलाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि वे अपने साथ साथ अपने आने वाली पीढ़ियों के लिए भी रोजगार तैयार कर सकती हैं।
कहा कि गाज़णा हल्दी की मांग अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर है। कार्यशाला में ग्राम गढ़ की अनुसूचित जाती की महिला समूह, ग्राम प्रधान भेटीयारा, क्षेत्र पंचायत भेटीयारा, ग्राम प्रधान चौन्दियाट गाँव समेत अन्य कृषकों को गाज़णा हल्दी का वितरण किया गया।
भेटीयारा के ग्राम प्रधान कुशली नौटियाल ने कहा कि अगर हम लोग प्रो० मधु थपलियाल के द्वारा बताये गये तकनीकों का अनुसरण करेंगे तो ग्रामीणों को लाभ मिलेगा। ग्राम सभा चौन्दियाट गाँव के ग्राम प्रधान मुलायम सिंह ने प्रो० मधु थपलियाल का आभार व्यक्त करते हुये कहा कि उनको अपने ग्राम सभा की बंजर पडी भूमि में कुछ आशा की किरण नज़र आ रही है और वो मेहनत से इस कार्य को करवाएंगे।
घराट मालिक नरोत्तम ने कहा कि उनकी अधिकाँश भूमि बंज़र है परन्तु वो आज इस गाज़णा हल्दी की खेती करने के लिए अति उत्साहित हैं. गढ़ की महिला कृषक श्रीमती रीना ने कहा कि प्रो० मधु उन लोगों के लिए अच्छा काम कर रही है और हमे अपनी मेहनत से रोजगार देती हैं और समाज के लिए सोचती है।. इसके लिए उन्होंने प्रो० मधु को धन्यवाद दिया।
कार्यशाला में श्रीमती रेखा, लक्ष्मी, गंगा राम, पूरण, पुष्पा, हेमलता, विजय्लक्ष्मी, मथुरा देवी, जगता, कवी राम, देवराज आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन तथा अतिथियों ग्राफ़िक एरा डीम्ड वि० वि० के प्रो आशीष थपलियाल ने किया।