गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज टनकपुर में 12 दिवसीय देवभूमि उद्यमिता कार्यक्रम
तीर्थ चेतना न्यूज
टनकपुर। गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, टनकपुर में 12 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम में आठवें दिन प्रतिभागियों को एपण कला के बारे में जानकारी दी गई।
राज्य सरकार की महत्वकांक्षी देवभूमि उद्यमिता योजना को उच्च शिक्षा विभाग और भारतीय उद्यमिता संस्थान, अहमदाबाद के सहयोग से धरातल पर उतारा जा रहा है। इसी क्रम में गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, टनकपुर में 12 दिवसीय उद्यमिता विकाय कार्यक्रम चल रहा है।
सोमवार को आठवें दिन अनु हरबोला तथा उसके भाई के द्वारा एपण कला द्वारा निर्मित विभिन्न उत्पादों का प्रदर्शन किया गया एपण कला उत्तराखंड की लोक कला है जो कि उत्तराखंड की बहुमूल्य धरोहर भी है। यह कला भारत के विभिन्न हिस्सों में प्रचलित है कुमाऊं की मूल कला भाग्य और उर्वरता का प्रतीक मानी जाती है।
एपण कला की उत्पत्ति उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिला से हुई है जिसकी स्थापना चंद्र वंश के शासन काल के दौरान हुई अनु हरबोला ने एपण कला का उपयोग करते हुए उसकी कारीगरी को पेन स्टैंड दुपट्टा कुरता पर्स पूजा की थली नेम प्लेट चाबी का छल्ला टी कोस्टर छाता इत्यादि उत्पादों पर एपण काला का प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम के नोडल अधिकारी प्रोफेसर डॉक्टर सुनील कुमार कटियार के द्वारा अपने उद्बोधन में उक्त प्रशिक्ष्ठियों के प्रयासों की सराहना की गई तथा अन्य छात्राओं को भी इससे सीख लेने को कहा गया कार्यक्रम के अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्य डॉक्टर अनुपमा तिवारी ने की।