श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय में नदी उत्सव के तहत कार्यक्रम
ऋषिकेश। सप्ताहव्यापी नदी उत्सव के तहत श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के ऋषिकेश परिसर में जल राशियों के संरक्षण और संवर्द्धन के संकल्प के साथ कार्यक्रम आयोजित किए गए।
बतौर मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक प्रो. महावीर सिंह रावत और अध्यक्षता कर रहे परिसर के प्रिंसिपल प्रो. पंकज पंत ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मुख्य अतिथि प्रोफेसर रावत ने कहा कि नदी उत्सव के जरिए गंगा स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करना मुख्य उद्देश्य जिसके माध्यम से लोगों को गंगा तटों पर साफ सफाई कूड़ा कचरा ना फैलाएं प्लास्टिक का उपयोग ना करें गंगा तथा गंगा की सहायक नदियों में अपशिष्ट पदार्थ आदि प्रवाहित ना करें।
प्रिंसिपल प्रो. पंज ने कहा कि युवा पीढ़ी को गंगा उसकी अविरलता निर्मलता को लेकर जागरूक करना आवश्यक है गंगा हमारी आस्था धार्मिक व सांस्कृतिक विरासत है दुनिया की सारी सभ्यताओं का विकास नदियों के किनारे हुआ है।
नमामि गंगे के नोडल अधिकारी डॉ अशोक कुमार मेंदोला ने कहा कि जिस प्रकार नदी तटों की स्वच्छता आवश्यक है उसी प्रकार गंगा एवं उसकी सहायक नदियों में बसने वाले जलीय जीवों का संरक्षण बहुत जरूरी है क्योंकि गंगा हमारी संस्कृति की धरोहर है जन्म से मृत्यु तक सारी आर्थिक गतिविधियां एवं त्योहार मेले संस्कार नदी किनारे ही होते हैं नमामि गंगे का उद्देश्य गंगा को बचाना ही नहीं बल्कि हमारी संस्कृति को भी बचाने की मुहिम है।
कार्यक्रम के दौरान प्राचार्य प्रो पंत द्वारा गंगा में अपशिष्ट और पूजा सामग्री केमिकल का उपयोग ना करें ऋषिकेश में बहने वाली अविरल गंगा को स्वच्छ रखने में अपनी भूमिका आदि बातों की शपथ दिलाई।
छात्र-छात्राओं द्वारा कैंपस में स्वच्छता कार्यक्रम के साथ देश भक्ति गीत सांस्कृतिक प्रस्तुति एवं गंगा स्वच्छता पर आधारित नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया। इस मौके पर प्रो एसपी सती, प्रा.े अनीता तोमर, डॉ. जीसी बेंजवाल, डॉ शिखा मंगाई आदि मौजूद थे।
संचालन एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ प्रीति खंडूड़ी ने किया और डा. पारूल मिश्रा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।