कौन कर रहा है देवस्थानम एक्ट को बनाए रखने की पैरवी ?
ऋषिकेश। भाजपा सरकार के अधिकांश मंत्री और विधायक चारधाम देवस्थानम एक्ट को जल्द से जल्द वापस देखना चाहते हैं। ताकि चुनाव में किसी प्रकार का विवाद न रहे। बावजूद इसके एक्ट वापसी के मामले में विलंब हो रहा है। इसकी वजह है एक्ट को बनाए रखने की पैरवी भी जमकर हो रही है।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार तीन कृषि कानूनों को वापस ले चुकी है। इसके लिए संवैधानिक प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। उम्मीद की जा रही थी कि राज्य सरकार भी चारधाम देवस्थानम एक्ट को वापस ले लेगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तीर्थ पुरोहितों का इस बात का भरोसा भी दे चुके हैं।
30 नवंबर तक ऐसा करने का वादा किया गया है। इस पर तीर्थ पुरोहितों को अब इस घड़ी का इंतजार है। मौजूदा स्थिति ये है कि एक्ट को वापस लेने की तैयारियां दिख नहीं रही हैं। हां, बयानों से स्थितियों को नॉर्मल करने का प्रयास किए जा रहे हैं।
इसकी वजह ये मानी जा रही है कि एक्ट को बनाए रखने की कुछ खास पदों पर आसीन लोग पैरवी कर रहे हैं। कुछ तो अपना राजनीतिक कौशल दिखाकर भरोसा दिला रहे हैं कि एक्ट सही है और इसको बनाए रखने से चुनाव में पार्टी को कोई नुकसान नहीं होगा।
यही वजह है कि एक्ट को वापस लेने को लेकर असमंजस दिख रहा है। चारधाम देवस्थानम एक्ट को बनाए रखने की पैरवी करने वाले कौन हैं हर किसी को पता है। ये भी जानकारी है कि पैरवी करने वालों में कुछ नए नाम भी जुड़े हैं।