गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज खाड़ी में बनीं नशे के खिलाफ रणनीति
तीर्थ चेतना न्यूज
नरेंद्रनगर। गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, खाड़ी में एकत्रित हुए निकटवर्ती स्कूलों के प्रिंसिपल ने नशे के खिलाफ रणनीति बनाई। ताकि नशा मुक्त उत्तराखंड अभियान को मजबूती के साथ जमीन पर उतारा जा सकें।
गुरूवार को गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज के एंटी ड्रग सेल के तत्वाधान में प्रिंसिपल प्रो. ए0के0 सिंह की अध्यक्षता में े निकटवर्ती क्षेत्र के इंटर कॉलेजों के प्रधानाचार्य एवं प्रभारी प्रधानाचार्य के साथ नशा मुक्त उत्तराखंड अभियान के अंतर्गत एक बैठक का आयोजन किया गया।
जिसका उद्देश्य है अपने क्षेत्र में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को नशे की जड़ से दूर रखना तथा इससे दूर रहने के लिए परामर्शदाता के रूप में कार्य करना। इस कार्यक्रम का प्रारंभ एंटी ड्रग सेल के प्रभारी डॉ देशराज सिंह द्वारा किया गया जिसमें जीआईसी ओडाडा से आए हुए प्रभारी प्राचार्य पंकज कुमार सैनी ने विद्यार्थियों को जागरूक करने के लिए विद्यालय स्तर पर निबंध लेखन वाद विवाद प्रतियोगिता पोस्टर प्रतियोगिता कराने की बात कही।
जीआईसी खाकर से वीरेंद्र सिंह रावत जी ने कहा कि नशे से दूर रहने के लिए अभिभावकों को भी शिक्षकों के साथ-साथ अपने बच्चों का मार्गदर्शन करना चाहिए, जीआईसी फकोट से प्रभारी के रूप में आई श्रीमती सीमा नकोटी जी ने विद्यालयों के आसपास स्थित दुकानों में भी नशे से जुड़ी सामग्री को सर्च करने की बात कही, जीआईसी डाबर खाल से आई शीशपाल सिंह जी ने भी अपने विद्यालय में नशा मुक्त अभियान चलाकर छात्रों को जागरूक करने का विश्वास दिलाया ।
अटल उत्कर्ष इंटर कॉलेज जाजल के प्रभारी प्राचार्य नीरज सिंह जीने भी शिक्षकों के साथ-साथ अभिभावकों को भी इसके प्रति जागरूक करने की बात कही, जाजल स्थित निजी विद्यालय ओंकार आनंद से आए प्राचार्य ने भी अपने विद्यालय के आसपास नशा मुक्त अभियान चलाने की बात कही।
बैठक के मेजबान कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. एके सिंह ने सभी प्रधानाचार्य से अपने क्षेत्र में में ड्रग पडलर ढूंढने की बात कही वही सभी प्रधानाचार्य को हर शासन से मिलने वाली हर संभव मदद देने का भी आश्वासन दिया। आज की इस बैठक में महाविद्यालय की वरिष्ठ प्राध्यापिका प्रोफेसर निरंजना शर्मा, डॉक्टर सीमा पांडे, सेल की सदस्य डॉ अनुराधा राणा, डॉ आरती अरोड़ा, डॉक्टर बलवंत सिंह, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों में मनीषा, दीपक आशीष ,पंकज ,हितेश आदि उपस्थित रहे।