गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज गुप्तकाशी में में ई-कचरा प्रबंधन पर दो दिवसीय कार्यशाला संपन्न

गुप्ताकाशी। गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, गुप्तकाशी में यूकॉस्ट प्रयोजित ई-कचरा प्रबंधन पर दो दिवसीय कार्यशाला संपन्न हो गई। कार्यशाला में चुनौति बन रहे ई-कचरे के बेहतर प्रबंधन पर चर्चा के साथ ही इससे संबंधित गाइड लाइन को फॉलो करने पर जोर दिया गया।
सोमवार को ई-प्रबंधन पर शुरू हुई दो दिवसीय कार्यशाला मंगलवार को संपन्न हो गई। इसमें डिग्री कॉलेज, गुप्तकाशी, फार्मेसी कॉलेज, समेत आस-पास के इंटर कालेजों के छात्रों और शिक्षकों ने शिरकत की। कार्यशाला के दूसरे दिन विषय विशेषज्ञों ने ई-कचरा प्रबंधन के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
एसो. प्रो. संजय गुप्ता ने बताया कि आखिर ई-कचरा क्यों और कैसे पैदा होता है। इसका सही प्रबंधन न होने पर क्या-क्या समस्याएं पैदा हो सकती हैं। पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी के एएन सिद्वीकी ने ई-कचरे के बेहतर प्रबंधन से जुड़ी जानकारी कार्यशाला में साझा की।
डा. प्रशांत रतूड़ी ने पावर प्वाइंट के माध्यम से बताया कि आखिर ई-कचरे का प्रॉपर निस्तारण न होने की स्थिति में दुष्परिणाम कैसे तेजी से फैलते हैं। गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, गुप्तकाशी के प्रिंसिपल प्रो. पीएस जगवाण ने जोर दिया कि ई-कचरा अब शहरों तक ही सीमित नहीं है। बल्कि गांवों में भी इसका दखल है। ऐसे में आम लोगों को ई-कचरे के बारे में जागरूक करना जरूरी है।
यूकॉस्ट के समन्वयक डा. प्रशांत सिंह ने कार्यशाला के उददेश्यों पर प्रकाश डाला। कॉलेज की हिन्दी की प्राध्यापिका डा. नीतू थपलियाल ने सभी विषय विशेषज्ञों को आभार और स्वागत किया। इस मौके पर डा. हर्षवर्द्धन बैंजवाल, आशीष राणा, वरिष्ठ पत्रकार विपिन सेमवाल, उपासना सेमवाल आदि मौजूद थे। संचालन अनुराग भंडारी ने किया।