बगैर प्रिंसिपलों के चल रहे सरकारी स्कूलों को लेकर शिक्षा मंत्री चिंतित
ऋषिकेश। राज्य के 80 प्रतिशत सरकारी हाई स्कूल और इंटर कॉलेजों के बगैर मुखिया का होना चिंता की बात है। इस स्थिति को जल्द बदला जाएगा। इसके लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
ये कहना है राज्य के स्कूली शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत का। यहां एक कार्यक्रम के सिलसिले में पहुंचे डा. रावत ने हिन्दी न्यूज पोर्टल www.tirthchetna.com से खास बातचीत में कहा कि वास्तव में राज्य के 80 प्रतिशत हाई स्कूल और इंटर कालेजों में प्रिंसिपल नहीं हैं। ये चिंता की बात है। इस पर उनका खास फोकस है।
उन्होंने कहा कि इस स्थिति को जल्द बदला जाएगा। इसके लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। हायर एजुकेशन में प्रत्येक कॉलेज में प्रिंसिपल की तैनाती सुनिश्चित करने वाले शिक्षा मंत्री डा. रावत ने कहा कि स्कूल शिक्षा की बेहतरी के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
शिक्षकों के समय से प्रमोशन न होने, रिटायरमेंट पर ही हेडमास्टर और प्रिंसिपल बनने से संबंधित सवाल पर उन्होंने कहा कि इसकी वजह और इसमें सुधार को लेकर काम किया जाएगा। शिक्षा की बेहतरी और स्कूली शिक्षा में किए गए प्रयोगों की समीक्षा से संबंधित सवालों पर शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने कहा कि अभी कुछ ही दिन पहले ही उन्होंने स्कूली शिक्षा विभाग को संभाला है।
स्कूली शिक्षा की मौजूदा व्यवस्था को देखा और समझा जा रहा है। इसके बाद बेहतरी के लिए कदम उठाए जाएंगे। प्रयास होगा कि स्कूल, शिक्षक और छात्रों पर फोकस कर आगे बढ़ा जाए।